त्रिशूर (केरल), पांच जुलाई (भाषा) केरल के त्रिशूर जिले के एक गांव में ‘अफ्रीकी स्वाइन फीवर’ फैलने के मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
‘अफ्रीकी स्वाइन फीवर’ एक जानलेवा और संक्रामक रोग है जो पालतू और जंगली सूअरों को अपनी चपेट में ले लेता है। यह संक्रमित सूअर के शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ के प्रत्यक्ष संपर्क में आने पर एक सूअर से दूसरे सूअर में आसानी से फैल सकता है।
अधिकारी ने बताया कि त्रिशूर के जिलाधिकारी ने त्रिशूर जिले के मदक्कथारा पंचायत में एक निजी फार्म के 310 सूअरों को मारने का आदेश दिया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘वेलियंथारा के 14वें वार्ड में कुट्टालपुझा बाबू के स्वामित्व वाले सूअरों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है। जिलाधिकारी ने जिला पशुपालन अधिकारी को सूअरों को मारकर दफनाने का निर्देश दिया है।”
इसमें बताया गया कि चिकित्सकों, पशुधन निरीक्षकों और परिचारकों का एक दल सूअरों को मारने की प्रक्रिया में शामिल होगा और इसके बाद प्राथमिक संक्रमण रोधी उपाय भी किए जाएंगे।
प्रभावित फार्म के एक किलोमीटर के दायरे को रोग प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है तथा 10 किलोमीटर के दायरे को रोग निगरानी क्षेत्र घोषित किया गया है।
भाषा
प्रीति संतोष
संतोष