चिदंबरम ने चुनावी बॉन्ड को ‘वैध रिश्वत’ बताया

चिदंबरम ने चुनावी बॉन्ड को ‘वैध रिश्वत’ बताया

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  • Publish Date - September 30, 2023 / 11:58 AM IST,
    Updated On - September 30, 2023 / 11:58 AM IST

नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को चुनावी बॉन्ड को ‘‘वैध रिश्वत’’ बताया और दावा किया कि चूंकि, चार अक्टूबर को इनकी नयी किस्त जारी होगी, तो यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक ‘‘सुनहरी फसल’’ होगी।

सरकार ने शुक्रवार को चुनावी बॉन्ड की 28वीं किस्त जारी करने की मंजूरी दे दी। यह चार अक्टूबर से 10 दिनों तक बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा।

यह फैसला राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में इस साल प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लिया गया है। इन राज्यों में चुनाव की तारीखों की जल्द ही घोषणा हो सकती है।

चिदंबरम ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि चुनावी बॉन्ड की 28वीं किस्त चार अक्टूबर से शुरू होगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह भाजपा के लिए सुनहरी फसल होगी। पिछले रिकॉर्ड पर गौर करें, तो तथाकथित गुप्त दान का 90 फीसदी हिस्सा भाजपा के खाते में जाएगा।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘करीबी पूंजीपति दिल्ली में अपने स्वामी को ‘चढ़ावा’ चढ़ाने के लिए अपनी चेकबुक खोलेंगे।’’

चिदंबरम ने कहा कि चुनावी बॉन्ड ‘‘वैध रिश्वत’’ होते हैं।

राजनीतिक दलों को दिए जाने वाले चंदे में पारदर्शिता लाने के प्रयासों के तहत चुनावी बॉन्ड की व्यवस्था लाई गई थी। चुनावी बॉन्ड की पहली किस्त की बिक्री मार्च 2018 में हुई थी। चुनावी बॉन्ड जारी करने के लिए सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ही अधिकृत बैंक है।

चुनावी बॉन्ड को भारतीय नागरिक या देश में गठित या स्थापित कंपनियां खरीद सकती हैं। पिछले लोकसभा या विधानसभा चुनाव में कम-से-कम एक प्रतिशत मत पाने वाले राजनीतिक दल चुनावी बॉन्ड के जरिये चंदा हासिल कर सकते हैं।

भाषा

गोला पारुल

पारुल