एसआईआर पर केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को लेकर भाजपा और टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प

एसआईआर पर केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को लेकर भाजपा और टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 07:57 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 07:57 PM IST

कोलकाता, 24 दिसंबर (भाषा) मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की ‘बलिदान’ वाली टिप्पणी के बाद उनके समर्थकों और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद ममता बाला ठाकुर के समर्थकों के बीच झड़प हो गई, जिसके चलते एक मतुआ संगठन के मुख्यालय में तनाव व्याप्त हो गया।

ममता बाला ठाकुर के समर्थकों ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में बांग्लादेश सीमा के निकट स्थित मतुआ महासंघ के आध्यात्मिक और प्रशासनिक मुख्यालय ‘मतुआ बाड़ी’ में विरोध प्रदर्शन किया।

शांतनु ठाकुर और ममता बाला ठाकुर दोनों मतुआ समुदाय से संबंध रखते हैं।

‘मतुआ बाड़ी’ में स्थिति तब और बिगड़ गई जब तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने के लिए शांतनु ठाकुर के आवास की ओर मार्च करने लगे।

एक अन्य संगठन, अखिल भारतीय मतुआ महासंघ के महासचिव सुकेश चौधरी ने आरोप लगाया कि शांतनु ठाकुर के समर्थक भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘‘शांतिपूर्ण’’ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला किया।

चौधरी ने दावा किया कि ममता बाला ठाकुर के समर्थक बयान पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए केंद्रीय मंत्री से मिलने पहुंचे, जिसे बाद विरोध प्रदर्शन हुआ।

हाल में एक जनसभा में, शांतनु ठाकुर ने कहा था कि यदि मतदाता सूचियों की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के परिणामस्वरूप देश से बड़ी संख्या में ‘‘घुसपैठियों’’ को हटाया जाता है, तो मतुआ समुदाय को अपने कुछ सदस्यों मताधिकार समाप्त होने को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

ठाकुर ने कहा था कि अगर 50 लाख बांग्लादेशी मुसलमानों और रोहिंग्याओं को मताधिकार से वंचित कर दिया जाता है और इस प्रक्रिया में एक लाख मतुआओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाते हैं, तो इसे ‘‘आवश्यक बलिदान’’ के रूप में देखा जाना चाहिए।

चौधरी ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर, प्रदर्शनकारियों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘उन्होंने मेरे कान पर घूंसा मारा, नंटू गोसाई को बालों से खींचकर पीटा और यहां तक ​​कि हमारी माताओं पर भी हाथ उठाया।’’

विरोध प्रदर्शन के बाद, शांतनु ठाकुर ने दावा किया कि उनकी टिप्पणियों की गलत व्याख्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनका मतलब केवल यह था कि यदि भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी मुसलमानों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते समय कुछ प्रतिकूल परिणाम होते हैं तो समुदाय को तैयार रहना चाहिए।

तृणमूल कांग्रेस की सांसद ममता बाला ठाकुर ने हालांकि केंद्रीय मंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर मतुआ समुदाय को धोखा देने और संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के नाम पर उनका राजनीतिक शोषण करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘शांतनु ठाकुर ने सीएए पर झूठे वादे करके पैसे जुटाए और अपनी पार्टी को मजबूत किया।’’

उन्होंने कहा कि यदि भाजपा केंद्र में सत्ता में रहते हुए ऐसा कर सकती है, तो पश्चिम बंगाल में पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य का भविष्य क्या होगा?

आरोपों को खारिज करते हुए, शांतनु ठाकुर ने प्रदर्शनकारियों को ‘‘ममता बाला द्वारा भेजे गए गुंडे’’ करार दिया और दावा किया कि वे हथियारों से लैस होकर बिना पूर्व सूचना के आए और गाली-गलौच की।

भाषा

देवेंद्र जोहेब

जोहेब