EPS New Updates
Employee Pension Scheme 2025: दिवाली से पहले प्राइवेट कर्मचारियों के लिए EPFO द्वारा खुशखबरी आने की उम्मीद जताई जा रही है। प्राइवेट सेक्टर के करोड़ों कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी अब थोड़ी आसान होने वाली है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत चल रही एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम (EPS-95) में न्यूनतम पेंशन को 11 साल बाद बढ़ाने की चर्चा ज़ोरों शोरों से हो रही है।
वर्तमान में 1,000 रुपये प्रति माह की ये पेंशन, जो इस महंगाई के दौर में महज़ एक मजाक जैसी लगती है। न्यूनतम पेंशन 2014 से 1,000 रुपये ही अटकी हुई है। महंगाई ने सब कुछ बदल दिया, लेकिन पेंशन नहीं। ट्रेड यूनियंस और पेंशनर्स संगठन सालों से चिल्ला रहे हैं कि “यह तो गुजारा चलाने लायक भी नहीं है!”
लेकिन अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की हालिया बैठक में इस पर चर्चा हुई है, और विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली से पहले ही अच्छी खबर आ सकती है। आइए, इसकी पूरी कहानी समझते हैं – क्या यह वाकई बढ़ेगी, कितनी बढ़ेगी, और इससे कितने लोग लाभ उठा पाएंगे?
सबसे ताजा अपडेट के मुताबिक, EPFO की CBT मीटिंग (10-11 अक्टूबर 2025, बेंगलुरु) में न्यूनतम पेंशन को 1,000 से 2,500 रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव प्रमुखता से चर्चा में रहा। कुछ रिपोर्ट्स तो 1,500 से 2,500 के बीच की रेंज का जिक्र कर रही हैं, जो 150% की बढ़ोतरी होगी।
हालांकि, ट्रेड यूनियंस ज्यादा महत्वाकांक्षी हैं और वे 7,500 रुपये तक की बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं, जो 750% का उछाल होगा। यह विचार मई 2025 में संसदीय पैनल की सिफारिशों से उपजा है, जहां महंगाई भत्ते (DA) को भी जोड़ने की बात हुई। लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं। ऐसा करने से सरकारी बजट पर बोझ पड़ेगा, क्योंकि अतिरिक्त फंडिंग EPFO और केंद्र सरकार को देनी पड़ेगी।
इसलिए एक्ट्यूरियल डेफिसिट (पेंशन फंड की कमी) को देखते हुए, 2,500 रुपये वाला विकल्प ज्यादा व्यावहारिक लग रहा है। अगर अप्रूव हो गया, तो बजट नोटिफिकेशन के बाद अप्रैल या मई 2026 से लागू हो सकता है। लेकिन दिवाली 2025 से पहले ही ‘अर्ली स्पेशल गिफ्ट’ के रूप में एलान हो सकता है।
अभी फैसला पेंडिंग है, लेकिन ट्रेंड सकारात्मक है। लेबर मिनिस्ट्री से फाइनल अप्रूवल मिलते ही नोटिफिकेशन जारी होगा। अगर 7,500 का सपना पूरा नहीं भी हुआ, तो 2,500 भी बड़ी राहत होगी। प्राइवेट कर्मचारियों, अपनी PF बैलेंस चेक करते रहें क्यूंकि भविष्य सुरक्षित करने का समय आ गया है!
इस बढ़ोतरी से करीब 60 लाख से ज्यादा EPS पेंशनर्स को सीधा फायदा होगा, ज्यादातर प्राइवेट सेक्टर के रिटायर्ड कर्मचारी, जो छोटे-मोटे फैक्ट्रीज, दुकानों या IT फर्म्स में काम करते रहे। बढ़ोतरी से न सिर्फ गुजारा आसान होगा, बल्कि परिवारों पर आर्थिक दबाव कम पड़ेगा।