शिमला, तीन मई (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांगड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि वह लोगों के आशीर्वाद एवं पार्टी के प्रयास से चुनाव जीतेंगे।
पार्टी का टिकट मिलने के बाद यहां पहुंचे शर्मा ने कहा कि वह शिमला के रहने वाले हैं जहां उनका जन्म हुआ और उनकी परवरिश हुई। उन्होंने कहा कि पूरा हिमाचल प्रदेश और देश उनकी ‘कर्मभूमि’ है।
यहां कालीबाड़ी मंदिर में दर्शन करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ पांच दशक के लंबे राजनीतिक करियर के दौरान मैंने समर्पण एवं प्रतिबद्धता के साथ राज्य एवं देश की सेवा की है और हिमाचल प्रदेश के लिए ढ़ेर सारा काम किया। मैं शनिवार को धर्मशाला में इन कामों के बारे में विस्तार से बताऊंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने हिमाचल प्रदेश, खासकर कांगड़ा में कई संस्थान बनाये हैं तथा ये संस्थान पांच दशक के मेरे लंबे राजनीतिक करियर के दौरान किये गये कामों का जीता-जागता सबूत हैं।’’
जब शर्मा से कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कह रहे हैं कि ‘चुनाव उनके लिए महत्वाकांक्षा नहीं बल्कि मिशन है’ तब उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को ऐसा नहीं कहना चाहिए था और उनका यह ‘दावा’ कि भाजपा पहले ही चुनाव जीत चुकी है, ‘अलोकतांत्रिक’ है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पहले यह बताना चाहिए कि हर साल दो करोड़ नौकरियां देने के 2014 में किये गये वादा का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि वह सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निवीर योजना समेत ‘गलत नीतियों’ पर सफाई दें तथा पुरानी पेंशन योजना की बहाली पर अपना रूख स्पष्ट करें।
रास्ते में शर्मा कसौली में रूके और अपनी दादी की ‘समाधि’ पर गये। शर्मा ने कसौली में अपना बचपन बिताया था।
कांगड़ा निर्वाचन क्षेत्र में शर्मा का भाजपा प्रत्याशी राजीव भारद्वाज से चुनावी मुकाबला है। इस निर्वाचन क्षेत्र में दोनों ही प्रत्याशी ब्राह्मण हैं जहां राजपूत एवं अन्य पिछड़ा वर्ग की अच्छी खासी आबादी है। दोनों ही उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में पहली बार उतरे हैं।
भाषा
राजकुमार नरेश
नरेश