कोटा (राजस्थान), 27 अगस्त (भाषा) इस वर्ष भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश पाने वाले हर चौथे अभ्यर्थी ने कोटा से तैयारी की थी। आईआईटी कानपुर के एक विश्लेषण में यह जानकारी मिली।
राजस्थान के कोचिंग हब ने दिल्ली ज़ोन को जेईई-एडवांस्ड में सबसे अधिक प्रतिशत में छात्रों को सफल कराने और आईआईटी में सबसे बेहतरीन दाखिला दर दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट के अनुसार, सभी सात क्षेत्रों से 1,87,113 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड 2025 के लिए पंजीकरण कराया जिनमें हैदराबाद क्षेत्र से 45,622 विद्यार्थी, मुंबई क्षेत्र से 37,002, और दिल्ली क्षेत्र से 34,069 विद्यार्थी शामिल थे।
पंजीकृत छात्रों में से हैदराबाद क्षेत्र से 12,946 (28.37 प्रतिशत), मुंबई क्षेत्र से 11,226 (30.33 प्रतिशत) और दिल्ली क्षेत्र से 11,370 (33.37 प्रतिशत) छात्र जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में उत्तीर्ण हुए।
दिल्ली ज़ोन से कुल 4,182 छात्रों को आईआईटी में प्रवेश मिला, जो जेईई-एडवांस्ड में उत्तीर्ण हुए छात्रों का 36.78 प्रतिशत है। यह किसी भी ज़ोन के मुकाबले सबसे बेहतर ‘कन्वर्ज़न रेट’ (यानी परीक्षा पास करने वालों में से आईआईटी में दाखिला पाने वालों का अनुपात) है।
हैदराबाद क्षेत्र में सबसे अधिक 4,363 (33.7 प्रतिशत) प्रवेश हुए।
मुंबई जोन से कुल 3,825 छात्र, रुड़की जोन से 1,729, कानपुर जोन से 1,622, खड़गपुर जोन से 1,655 और गुवाहाटी जोन से 812 छात्र आईआईटी के लिए चयनित हुए हैं।
इसके अलावा, रिपोर्ट से पता चला है कि शीर्ष 100 में शामिल हर दूसरे छात्र ने कोटा में कोचिंग ली थी।
भाषा नोमान माधव
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