राजस्थान के पूर्व राज्यपाल अंशुमान सिंह का निधन, राज्य में एक दिन का राजकीय अवकाश घोषित

राजस्थान के पूर्व राज्यपाल अंशुमान सिंह का निधन, राज्य में एक दिन का राजकीय अवकाश घोषित

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  • Publish Date - March 8, 2021 / 08:13 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

जयपुर/प्रयागराज, आठ मार्च (भाषा) राजस्थान और गुजरात के पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह का सोमवार तड़के निधन हो गया। वह पिछले करीब एक महीने से लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में भर्ती थे और उनका डायलिसिस चल रहा था।

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व राज्यपाल सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। राजस्थान सरकार ने सिंह के निधन पर एक दिन का राजकीय अवकाश घोषित किया है।

राजस्थान सरकार के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पूर्व राज्यपाल अंशुमान सिंह के निधन पर सोमवार को राजकीय अवकाश रहेगा और राज्य के सभी कार्यालय बंद रहेंगे।’’

पूर्व राज्यपाल के निजी फिजिशियन डॉक्टर एसबी सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘पूर्व राज्यपाल के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। सोमवार तड़के करीब साढ़े चार बजे एसजीपीजीआई में उन्होंने आखिरी सांस ली। वह करीब 86 वर्ष के थे।’’

उन्होंने बताया कि सुबह करीब 10 बजे उनका पार्थिव शरीर प्रयागराज में उनके आवास पर लाया गया और रसूलाबाद घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। अंशुमान सिंह की पत्नी चंद्रावती का निधन चार महीने पहले हो गया था।

न्यायमूर्ति सिंह को 1998 में गुजरात का राज्यपाल नियुक्त किया गया। जनवरी 1999 से मई 2003 तक वह राजस्थान के राज्यपाल रहे।

न्यायमूर्ति सिंह इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे और 1997 में उन्हें राजस्थान उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था।

राजस्थान के राज्यपाल मिश्र ने सिंह के निधन पर शोक जताया है और परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘न्यायपालिका एवं सार्वजनिक सेवा में न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।’’

गहलोत ने सिंह के बड़े बेटे से फोन पर बात कर उन्हें ढाढस बंधाया और संवेदना व्यक्त की।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘न्यायपालिका एवं सार्वजनिक क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान को सदैव याद किया जाएगा।’’

भाषा पृथ्वी राजेंद्र सुरभि

सुरभि