धारा 370 हटने के बाद भी कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं, लगातार हो रही हत्याओं के कारण पलायन को मजबूर…

Kashmiri Pandits are not safe even after abrogation of Article 370 : धारा 370 हटने के बाद भी कश्मीरी पंडित कश्मीर में सुरक्षित नहीं हैं। घाटी में लगातार हो रही हत्याओं के बाद कश्मीरी पंडितों ने पलायन करना शुरू कर दिया है...

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  • Publish Date - June 4, 2022 / 02:07 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

Kashmiri Pandits after Article 370 नई दिल्ली । धारा 370 हटने के बाद भी कश्मीरी पंडित कश्मीर में सुरक्षित नहीं हैं। घाटी में लगातार हो रही हत्याओं के बाद कश्मीरी पंडितों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। पिछले एक महीने से लगातार कश्मीरी पंडितों की हत्या की घटनाएं सामने आ रही हैं, इसके साथ ही आतंकियों के निशाने पर गैर मुस्लिम समुदाय भी है । टारगेट किलिंग की इन वारदातों की वजह से कश्मीर से पलायन शुरू हो गया है । कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या के बाद से कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन जारी है। जिसको लेकर विपक्ष केंद्र पर हमलावर है।

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बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कश्मीरी प्रवासियों और जम्मू संभाग के कर्मचारियों को 6 जून तक सुरक्षित स्थानों पर तैनात करने का फैसला लिया है..कश्मीर के बिगड़ते हालात पर केंद्र सरकार गंभीर नजर आ रही है । आज दूसरे दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गृह मंत्री शाह ने एक अहम बैठक की।लगातार बढ़ती टारगेट किलिंग की वारदातें केंद्र के लिए बड़ी चुनौती है, जिसे वो निपट भी रही है, लेकिन हालात सुधर नहीं रहे हैं, आखिर इस समस्या की जड़ में क्या है, तो समस्या की जड़ को डिकोड करते हैं। कश्मीर का एक छोटा वर्ग हिंसा का समर्थन करता है और कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानता ।

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पाकिस्तान, कश्मीर में आतंकी समूहों को संसाधन औऱ समर्थन देता है । कश्मीर के राजनीतिक दल भी आतंकियों के लिए कहीं ना कहीं सहानुभूति रखते हैं । धारा 370 का हटना आतंकी समूहों के लिए बड़ा झटका साबित हुआ, जिसके बाद वो अब फिर से मासूम कश्मीरी पंडितों को अपना टारगेट बना रहे हैं, ताकि वो घाटी में अपनी मौजूदगी का अहसास करा सकें। आपको बता दें कि 1990 में घाटी से कश्मीरी पंडितों का सबसे बड़ा पलायन हुआ था..और अब भी उनके लिए हालात नहीं बदले हैं, उम्मीद करते हैं कि हालात सामान्य हों, और जल्द हों ।

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