पलक्कड़, 21 दिसंबर (भाषा) केरल के पलक्कड़ जिले में भीड़ द्वारा एक प्रवासी मजदूर की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की कथित घटना के मामले में पीड़ित परिवार ने 25 लाख रुपये के मुआवजे के साथ-साथ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित कानून के कड़े प्रावधानों के तहत जांच की मांग की है।
अधिकारियों के मुताबिक, 31 वर्षीय रामनारायण भायर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी।
रामनारायण के भाई ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे शव नहीं लेंगे।
छत्तीसगढ़ के रहने वाले रामनारायण की बुधवार शाम को वालयार के पास किझाकेट्टप्पल्लम में चोरी के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी।
रामनारयण के भाई ने कहा, “मेरे भाई के दो बच्चे हैं। हमारी (केरल) सरकार से मांग है कि बच्चों को तत्काल 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।”
भाई ने यह भी कहा कि वे अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और आरोपियों पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि परिवार को अब तक सरकार से कोई सहायता नहीं मिली है। पुलिस ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है और शव को यहां के एक सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया है।
पुलिस के मुताबिक, चोरी के संदेह में पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्राथमिकी के अनुसार, यह घटना शाम सात बजकर 40 मिनट से ठीक पहले की है और घायल व्यक्ति को पलक्कड़ जिला सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उसने दम तोड़ दिया।
भाषा जितेंद्र रंजन
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