ताजा वीडियो में दावा : बलात्कार के झूठे मामले दर्ज कराने के लिये महिलाओं को छला गया

ताजा वीडियो में दावा : बलात्कार के झूठे मामले दर्ज कराने के लिये महिलाओं को छला गया

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  • Publish Date - May 9, 2024 / 06:49 PM IST,
    Updated On - May 9, 2024 / 06:49 PM IST

कोलकाता, नौ मई (भाषा) पश्चिम बंगाल की बहुचर्चित संदेशखालि घटना के संबंध में एक कथित वीडियो में दावा किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी की एक स्थानीय महिला नेता ने कई महिलाओं से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराये और बाद में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बलात्कार एवं यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने में उसका इस्तेमाल किया गया। इन वीडियो को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल ने भाजपा पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है ।

इससे तीन दिन पहले तृणमूल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर संदेशखालि ‘स्टिंग ऑपरेशन’ वीडियो को साझा किया, जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता गंगाधर कोयल ने दावा किया था कि बलात्कार के आरोप मनगढ़ंत थे और इस प्रकरण के पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का हाथ है।

अपने दावों पर बल देने के लिए, तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कथित तौर पर संदेशखालि की निवासी कुछ महिलाओं के कई वीडियो साझा किये, जिसमें उन लोगों ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें ‘झूठे बलात्कार के मामले’ दर्ज कराने के लिए उनके साथ ‘छल’ किया।

सत्तारूढ़ दल ने एक ताजा वीडियो साझा किया है, जिसमें भाजपा नेता और बशीरहाट से लोकसभा उम्मीदवार रेखा पात्रा को ‘संदेशखालि पीड़ितों’ के एक समूह की पहचान पर सवाल उठाते देखा गया है। इस समूह को भाजपा नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलवाया था जिन्हें पीड़ित महिलाओं ने आपबीती बतायी थी।

रेखा पात्रा संदेशखालि विरोध प्रदर्शन के प्रमुख चेहरों में से एक हैं, जिन्हें भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है।

तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया था कि भाजपा नेता उन महिलाओं को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जिन्होंने बलात्कार की शिकायत वापस लेने की इच्छा जाहिर की है ।

हालांकि, पीटीआई-भाषा स्वतंत्र रूप से जारी किसी भी वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर रही है।

जारी किए गए ताजा वीडियो का जिक्र करते हुए, राज्य सरकार के मंत्री और वरिष्ठ तृकां नेता शशि पांजा ने, ‘‘संदेशखालि यौन उत्पीड़न पर झूठी कहानी को कायम रखने’’ और पुलिस शिकायत वापस लेने की मांग करने वाले पीड़ितों को धमकी देने के लिए भारतीय जनता पार्टी की निंदा की।

पांजा ने कहा, ‘‘संदेशखाली पीड़ितों की जमीन हड़पने को लेकर कुछ शिकायतें रही होंगी। लेकिन उन्होंने कभी भी यौन अपराध की शिकायत नहीं की । इससे फिर साबित होता है कि भाजपा झूठ फैला रही है। मनगढ़ंत और डराने-धमकाने के इस घृणित कृत्य को बख्शा नहीं जाएगा।’’

दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वीडियो ‘भाइपो’ द्वारा गढ़े गए थे । भाइपो अभिषेक बनर्जी और पार्टी के निजी चुनाव-सह-राजनीतिक सलाहकार, आई-पैक का परोक्ष संदर्भ था।

अधिकारी ने बशीरहाट में रेखा पात्रा की पर्चा दाखिल रैली में भाग लेते हुए कहा, ‘‘हम जल्द ही दोनों के खिलाफ अदालत जा रहे हैं और सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह के दुर्भावनापूर्ण झूठ फैलाने के लिए दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।’’

नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि लोग तृणमूल के धोखे के जाल को समझ गये हैं और रेखा को केवल संदेशखालि क्षेत्र से ही 1.5 लाख वोटों की बढ़त मिलेगी।

ताजा वीडियो में से एक में एक महिला को यह कहते हुये सुना जा सकता है, ‘‘सादे कागज पर दस्तखत करा कर हमें धोखा दिया गया है । बाद में हमें पता चला कि हमारे नाम पर बलात्कार की शिकायत दर्ज करायी गयी है। यह बिल्कुल झूठ है।’’

संदेशखालि की एक अन्य कथित निवासी ने एक अन्य वीडियो में इसी तरह का बयान दिया है। इसमें यह दावा किया गया है कि वह भाजपा नेता पियाली दास की साजिश की शिकार हुयी है।

एक तीसरी महिला ने भी पियाली दास पर यही आरोप लगाया और कहा, उसने ‘हमारी प्रतिष्ठा को धूमिल किया है और हमें बहुत पीड़ा दी है।’’

माकपा के बशीरहाट लोकसभा उम्मीदवार निरापद सरदार ने दावा किया कि तृणमूल और भाजपा दोनों अपनी बात साबित करने के लिए वीडियो प्रसारित कर संदेशखालि के लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मतदाता अब जाग गए हैं और अब वामदलों के साथ हैं।

संदेशखालि, बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है जहां से भाजपा ने रेखा पात्रा को मैदान में उतारा है, जो एक कथित पीड़िता भी हैं।

यह इलाका तब सुर्खियों में आया जब महिलाओं के एक समूह ने स्थानीय तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न एवं जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बाद में शेख और कुछ अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।

भाषा रंजन माधव

माधव