नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में अभिनेता अमिताभ बच्चन के पुश्तैनी गांव बाबू पट्टी का कायाकल्प होने वाला है, क्योंकि महाराष्ट्र के एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने वहां कई विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन की योजना बनाई है।
एनजीओ ‘हरिवंश राय बच्चन प्रबोधन प्रतिष्ठान’ ने बाबू पट्टी के कायाकल्प से जुड़ी परियोजना में एक करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी मातृभूमि योजना के तहत संबंधित परियोजना को मंजूरी भी दे दी है।
एनजीओ की अध्यक्ष निवृत्ति यादव ने कहा, “हम गांव में प्रवेश द्वार, कंक्रीट की सड़कें, सौर ऊर्जा संचालित स्ट्रीट लाइट, स्वच्छ पेयजल प्रणाली, स्वच्छता ब्लॉक और सार्वजनिक पार्क बनाने की योजना बना रहे हैं।”
यादव का एनजीओ इससे पहले उत्तराखंड में पूर्व प्रमुख रक्षा अध्यक्ष दिवंगत बिपिन रावत के पैतृक गांव साइना और महाराष्ट्र के सुदूर वांगेतुरी गांव का विकास कर चुका है, जो कभी नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था।
यादव ने बाबू पट्टी गांव में एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही अमिताभ बच्चन के पिता एवं प्रसिद्ध कवि दिवंगत हरिवंश राय बच्चन के नाम पर एक समर्पित चौक का निर्माण करने की भी योजना बनाई है।
बाबू पट्टी के कायाकल्प से जुड़ी परियोजना में घरों में शौचालय बनाने के साथ ही गांव में बस अड्डो, बैंक ग्राहक सेवा केंद्र, पुस्तकालय और माध्यमिक एवं जूनियर स्कूल का निर्माण तथा व्यापक वृक्षारोपण अभियान शामिल है।
यादव ने कहा कि उनकी योजना गांव में आंवला प्रसंस्करण इकाइयां और लकड़ी के खिलौने बनाने वाले कारखाने स्थापित करने की भी है।
भाषा पारुल प्रशांत
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