अब गुजरात के कांग्रेस विधायकों को भी जयपुर शिफ्ट करने की तैयारी, आज शाम 8 बजे होंगे रवाना

अब गुजरात के कांग्रेस विधायकों को भी जयपुर शिफ्ट करने की तैयारी, आज शाम 8 बजे होंगे रवाना

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  • Publish Date - March 14, 2020 / 09:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:53 PM IST

जयपुर। एमपी के बाद अब गुजरात के कांग्रेस विधायकों को जयपुर लाया जा रहा है, जानकारी के अनुसार आज शाम 8 बजे गुजरात कांग्रेस के विधायक जयपुर आएंगे। कांग्रेस के 20 विधायक गुजरात से जयपुर आएंगे। वहीं बाकी विधायकों को उदयपुर ले जाया जाएगा।

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जयपुर में गुजरात के विधायकों को ठहराने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं, बता दें कि यह सारी कवायद गुजरात में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायकों के बिखराव को रोकने के लिए की जा रही है। चूंकि यहां भाजपा की सरकार है इसलिए यहां भी कांग्रेस को क्रास वोटिंग का खतरा है।

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बता दें कि जयपुर में पहले से ही करीब 84 कांग्रेस विधायक रूके हुए हैं, मध्यप्रदेश में जारी उठापटक के कारण भोपाल से कांग्रेस विधायकों को जयपुर ले जाया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी जॉइन कर लेने के बाद यहां भी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

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गुजरात में राज्य सभा की चार रिक्त सीटों के लिए चुनावी जंग दिलचस्प हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव मैदान में तीन उम्मीदवार उतार दिए हैं। पार्टी ने कांग्रेस विधायकों के अपने पक्ष में वोटिंग करने और तीनों सीटें जीतने का दावा किया है। वहीं, भाजपा के इस कदम ने विपक्षी कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है।

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कांग्रेस ने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया है, चार सीटों के लिए मतदान 26 मार्च को होगा। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन भाजपा की ओर से तीन उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए। अभय भारद्वाज और रमीला बेन बारा के साथ तीसरे उम्मीदवार के रूप में नरहरि अमीन ने नामांकन दाखिल किया। वहीं, कांग्रेस की ओर से शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी ने नामांकन पत्र भरा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है।

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मौजूदा विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से दोनों ही पार्टियों को दो-दो सीटें मिलने के आसार हैं। भाजपा के पास 103 विधायक हैं, जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायक हैं। वहीं, कांग्रेस को अपने 73 विधायकों के साथ ही एक निर्दल विधायक जिग्नेश मेवाणी का समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस को अब अपने विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने का भय सता रहा है। कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

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कांग्रेस को अपनी दो राज्यसभा सीटें जीतने के लिए 74 विधायकों का वोट चाहिए, जो उसके पास है। वहीं, भाजपा को तीन सीटें जीतने के लिए 111 विधायक चाहिए होंगे। ऐसे में भाजपा को कांग्रेस के 3 विधायकों का वोट भी हासिल करना होगा। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटें बढ़ने और भाजपा की घटने से राज्यसभा सीटों के समीकरण भी बदले हैं। वर्तमान स्थिति में एक सीट जीतने के लिए प्रथम वरीयता के लिए 37 वोट चाहिए।