Publish Date - February 27, 2025 / 07:03 PM IST,
Updated On - February 27, 2025 / 07:03 PM IST
Eid holiday | Photo Credit: IBC24
HIGHLIGHTS
कोलकाता नगर निगम ने विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द की और ईद की छुट्टी को दो दिन कर दिया।
यह आदेश हिंदी मीडियम स्कूलों के लिए था, जिसके बाद कोलकाता में विवाद खड़ा हो गया।
भाजपा ने इस निर्णय का विरोध करते हुए इसे पश्चिम बंगाल को पश्चिमी बांग्लादेश बनाने की कोशिश बताया।
नई दिल्ली: Eid holiday पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता नगर निगम में एक आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार अब विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द कर दी गई है। दरअसल, इस साल पड़ने वाली विश्वकर्मा पूजा पर छुट्टी नहीं रहेगी। वहीं दूसरी ईद के एक दिन की छुट्टी बढ़ाकर दो दिन कर दी। यह आदेश खासतौर पर हिंदी मीडियम स्कूलों के लिए था।
Eid holiday इस संबंध में केएमसी के शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार में कहा गया है कि इस बार 17 सितंबर को पड़ने वाली विश्वकर्मा पूजा में छुट्टी नहीं रहेगी। इसकी जगह में ईद में एक की जगह दो छुट्टियां रहेगी।
इस आदेश पर कोलकाता में जमकर बवाल हुआ है। लोग इस निर्णय से खुश नहीं हैं, खासकर वे जो विश्वकर्मा पूजा मनाते हैं। इस बदलाव ने धार्मिक भावनाओं को भी आहत किया, जिससे कई लोगों ने इसका विरोध किया।
अब इस आदेश को लेकर बंगाल की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने इसको लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा नेता जगन्नाथ चटर्जी ने कोलकाता नगर पालिका के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने दावा किया कि कोलकाता नगर पालिका का यह निर्णय पश्चिम बंगाल को पश्चिमी बांग्लादेश में बदलने का एक और प्रयास है।
आपको बता दें कि कोलकाता नगर निगम की ओर से जारी आदेश में साफ साफ लिखा गया था कि 17 सितंबर 2025 को विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी नहीं रहेगी क्योंकि इस छुट्टी के बदले ईद उल फितर की छुट्टी बढ़ा दी गई है। इस आदेश के अनुसार राज्य में ईद उल फितर की छुट्टी 31 मार्च 2025 और 1 अप्रैल 2025 को घोषित की गई थी।
कोलकाता नगर निगम ने विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी क्यों रद्द की?
कोलकाता नगर निगम ने 17 सितंबर को पड़ने वाली विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द कर दी है और इसके बदले ईद की छुट्टी को एक दिन से बढ़ाकर दो दिन कर दिया है। यह आदेश खासतौर पर हिंदी मीडियम स्कूलों के लिए था।
कोलकाता नगर निगम का यह आदेश किसके लिए था?
यह आदेश विशेष रूप से हिंदी मीडियम स्कूलों के लिए था।
इस आदेश पर क्या प्रतिक्रिया हुई?
कोलकाता में इस आदेश पर जमकर बवाल हुआ है। खासतौर पर विश्वकर्मा पूजा मनाने वाले लोग इस फैसले से नाखुश हैं।
भा.ज.पा. ने इस आदेश पर क्या प्रतिक्रिया दी?
भाजपा नेता जगन्नाथ चटर्जी ने इस आदेश का विरोध किया और इसे पश्चिम बंगाल को पश्चिमी बांग्लादेश बनाने का प्रयास बताया।