नयी दिल्ली, आठ नवंबर (भाषा) वैज्ञानिकों ने घोड़े, गैंडे और टापिर सरीखे खुरों वाले स्तनपायी जीवों के 350 से अधिक जीवाश्मों का अध्ययन करने के बाद पता लगाया है कि इनकी उत्पत्ति वर्तमान भारत में या इसके आसपास के क्षेत्रों में हुई होगी।
यह अनुसंधान 15 साल तक चला और इसके नतीजे ‘जर्नल ऑफ वर्टिब्रेट पेलिओंटोलॉजी’ में प्रकाशित किये गए हैं।
अध्ययन के अनुसार खुरों वाले स्तनपायी जीव भारतीय उपमहाद्वीप में 5.5 करोड़ साल पहले विचरण करते थे।
उत्तराखंड स्थित वाडिया हिमालयी भूगर्भशास्त्र संस्थान के किशोर कुमार समेत अन्य वैज्ञानिकों ने अनुसंधान में भेड़ के आकार के मध्यम गति से दौड़ सकने वाले एक जीव का पता लगाया जो अब विलुप्त हो चुकी ‘कैम्बेथेरियम’ प्रजाति का था।
उन्होंने कहा कि इस जीव में ऐसी विशिष्टताएं थीं जो खुरों वाले स्तनपायी जीवों और उनके पहले दुनिया में आए जानवरों के बीच की थीं।
इस जीव की हड्डियों की संरचना की तुलना कई अन्य जीवित और विलुप्त स्तनपायी जीवों से करने पर पता लगा कि इस समूह के जानवर, विकास के क्रम में किसी भी अन्य खुरों वाले स्तनपायी जीव से अधिक पुराने हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस खोज से पता चलता है कि इस समूह के जीव भारत या उसके आसपास अस्तित्व में आए होंगे।
भाषा यश नरेश
नरेश