पेट्रोल कीमतों पर बयान को लेकर निशाने पर आए केंद्रीय मंत्री अल्फोंसन

पेट्रोल कीमतों पर बयान को लेकर निशाने पर आए केंद्रीय मंत्री अल्फोंसन

  •  
  • Publish Date - September 17, 2017 / 08:19 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

हाल ही में नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए केंद्रीय मंत्री अल्फ़ोंसन कन्ननधनम ने एक और अजीबो-गरीब बयान दिया है, जिसे लेकर विपक्षी दलों और सोशल मीडिया पर उनकी खिंचाई हो रही है। अल्फोंसन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पेट्रोल कौन खरीदता है? वही आदमी ना, जिसके पास कार है, बाइक है. ऐसा आदमी निश्चित रूप से भूखे मर नहीं रहा होता है. जब वह पैसे दे सकता है, तो उसे देना ही पड़ेगा. उन्होंने कहा, हम ऐसे व्यक्ति से टैक्स लेंगे जो पैसे खर्च कर सकता है और काफी पैसे खर्च करता है. हम यहां मौजूद हैं वंचितों को लाभ देने के लिए. उनके लिए घर, शौचालय बनवाने और उनके लिए बिजली की व्यवस्था करने के लिए. उन्होंने कहा कि हम अमीरों से टैक्स लेंगे ताकि गरीबों की जिंदगी को बेहतर बनाया जा सके. आज जो पैसा टैक्स के रूप में जमा होगा, वह चोरी नहीं किया जायेगा.

 

इस बयान के बाद से लगातार आ रही प्रतिक्रियाओं में सवाल पूछे जा रहे हैं कि पेट्रोल कीमतों को लेकर विपक्ष में रहने के दौरान प्रदर्शन करने वाली भारतीय जनता पार्टी के शासन में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बेतहाशा बढ़ी हैं, ऐसे में ये बयान संवेदनहीन है। कुछ टिप्पणियों में ये बताया जा रहा है कि जब कच्चे तेल की कीमत कम है, भारत के पड़ोसी देशों में काफी कम दाम में पेट्रोलियम पदार्थ मिल रहे हैं तो यहां क्यों महंगा तेल बेचा जा रहा है? मीडिया में भी आ रही ख़बरों में बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री को ये जानना चाहिए कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से सिर्फ सीधे खरीदारों को ही नहीं महंगाई की मार का सामना करना पड़ता है, बल्कि इसका असर हर क्षेत्र में महंगाई के रूप में सामने आता है।