16वीं लोकसभा में पीएम मोदी का आखिरी भाषण, कहा- गले मिलने और गले पड़ने का अंतर समझ आ गया

16वीं लोकसभा में पीएम मोदी का आखिरी भाषण, कहा- गले मिलने और गले पड़ने का अंतर समझ आ गया

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  • Publish Date - February 13, 2019 / 12:37 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

नई दिल्ली। 16वीं लोकसभा के आखिरी दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा के इस कार्यकाल का अपना आखिरी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में कोई भूकंप नहीं आया। मैं मुलायमजी का विशेष आभारी हूं। सभी सांसदों को शुभकामनाएं देता हूं।

उन्होंने कहा कि यहां मुझे आंखों की गुस्ताखियों का खेल पता चल गया, गले मिलने और गले पड़ने का अंतर भी समझ आ गया। इस सदन ने 1400 से ज्यादा कानून खत्म भी किए हैं। एक जंगल जैसा बन गया था कानून का। यह शुभ शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि बहुत कुछ करना बाकी है और उसके लिए मुलायमजी ने आशीर्वाद दिया ही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन दशक के बाद पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी और आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस गोत्र की नहीं है, ऐसी सरकार बनी है। बिना कांग्रेस गोत्र वाली मिलीजुली सरकार अटलजी की थी और अब पूर्ण बहुमत वाली सरकार 2014 में बनी। मोदी ने कहा कि देश तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना है और उसका नीति निर्धारण भी इस सदन से हुआ है जो सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी के लिए गौरव की बात है। वर्तमान लोकसभा के कार्यकाल में भारत छठवां सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना और 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि आज देश आत्मविश्वास से भरा हुआ है। भारत डिजिटल वर्ल्ड में जगह बना चुका है। भारत दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था। आज भारत को गंभीरता से सुना जाता है। उन्होंने कहा कि मैं आज अपनी उपलब्धियां गिनाने नहीं आया हूं। मैंने पूरी निष्ठा से अपना काम किया। भारत में पहली बार सबसे ज्यादा महिला सांसद बनीं। आज देश में 44 महिला सांसद हैं। सोलहवीं लोकसभा पर हम इस बात के लिए भी गर्व करेंगे कि सबसे ज्यादा महिला सांसद सदन में चुनकर आईं।