NPR के लिए अधिसूचना जारी होते ही शिवसेना और कांग्रेस आमने-सामने, उद्वव सरकार ने किया समर्थन तो कांग्रेस ने विरोध

NPR के लिए अधिसूचना जारी होते ही शिवसेना और कांग्रेस आमने-सामने, उद्वव सरकार ने किया समर्थन तो कांग्रेस ने विरोध

NPR के लिए अधिसूचना जारी होते ही शिवसेना और कांग्रेस आमने-सामने, उद्वव सरकार ने किया समर्थन तो कांग्रेस ने विरोध
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: February 15, 2020 12:40 pm IST

मुंबई। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1 मई से 15 जून तक एनपीआर के तहत सूचनाएं कलेक्ट करने की अधिसूचना जारी की है। जिसे लेकर उद्धव सरकार में सहयोगी दलों के बीच तनातनी देखने को मिल रही है। एनपीआर के प्रावधानों पर कांग्रेस विरोध कर रही है, वहीं उद्वव सरकार में मंत्री अनिल देसाई ने कहा है कि एनपीआर जनगणना जैसा ही है जो कि 10 साल में होती है, इससे उन्हे कोई एतराज नही है।

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बता दें कि सीएए को लेकर देश में अभी विरोध के सुर शांत नही हुए हैं, ऐसे में एनपीआर की अधिसूचना ने फिर से माहौल को गर्म कर दिया है। महाराष्ट्र में सहयोगी कांग्रेस जहां एनपीआर पर विरोध कर रही है वहीं एनसीपी ने इस बारे में अभी पत्ते नहीं खोले हैं। एनपीआर के संबंध में महाराष्ट्र सरकार भी जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी। इसकी पुष्टि मुंबई स्थित केंद्रीय जनगणना कार्यालय ने की है।

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हाल में एनसीपी नेता और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एनपीआर के विरोधियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान कहा था कि सरकार कानून विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर रही है। शिवसेना इस बारे में मौन है, जिसे एनपीआर को उसका समर्थन माना जा रहा है।

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कर्मचारी और अधिकारी घर-घर जाकर 1 मई से 15 जून के बीच एनपीआर के लिए जानकारी एकत्र करेंगे, जबकि अगले साल 9 फरवरी से 28 फरवरी के बीच जनगणना की जाएगी। इसके लिए 3.34 लाख कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत रजिस्ट्रार जनरल ऐंड सेंसस कमिश्नर ने देशभर में अप्रैल से सितंबर तक जनसंख्या सूची को अपडेट करने के लिए एनपीआर लागू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 7 जनवरी को अधिसूचना जारी की गई थी। जनगणना अधिकारियों, कर्मचारियों और पर्यवेक्षकों के लिए एक पुस्तिका में बताया गया है कि एनपीआर कैसे लागू करना है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com