छत्रपति संभाजीनगर, 16 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के बीड जिले में हत्या के एक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में हो रही देरी के विरोध में मृतक की पत्नी ने बुधवार दोपहर पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय के अंदर जहर पीकर जान देने की कोशिश की।
एक चिकित्सक ने बताया कि महादेव मुंडे की पत्नी ज्ञानेश्वरी मुंडे को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत खतरे से बाहर है।
बीड जिले के परली निवासी महादेव का 19 अक्टूबर 2023 को अपहरण कर लिया गया था। तीन दिन बाद उसे मृत अवस्था में पाया गया था, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपने पति के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ज्ञानेश्वरी दोपहर करीब एक बजे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। उन्होंने बताया कि वह खुद को आग लगाने की मंशा से अपने साथ कोई ज्वलनशील पदार्थ लेकर आई थी।
अधिकारी के मुताबिक, ज्ञानेश्वरी ने सबसे पहले वहां मौजूद कुछ पत्रकारों से बात की और कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में बात करते हैं। लेकिन सरकार को मुझे बताना चाहिए कि मेरे ‘सिंदूर’ का क्या हुआ।’
अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने ज्वलनशील पदार्थ तो ले लिया, लेकिन उसने एक बोतल से जहर पी लिया।
अधिकारी ने बताया कि ज्ञानेश्वरी को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। एक डॉक्टर ने बताया कि उसकी हालत स्थिर है।
इस बीच, अधिकारी ने कहा कि महादेव मुंडे हत्याकांड की जांच दिन में स्थानीय अपराध शाखा को सौंप दी गई।
बीड जिले में बढ़ते अपराध पिछले साल तब सुर्खियों में आए थे, जब मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की नृशंस हत्या कर दी गई थी, क्योंकि उन्होंने स्थानीय माफिया द्वारा एक पवन ऊर्जा कंपनी से धन वसूली के कथित प्रयास का विरोध किया था।
भाषा पारुल माधव
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