शीतकालीन पर्यटन आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव : मुख्यमंत्री धामी

शीतकालीन पर्यटन आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव : मुख्यमंत्री धामी

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 07:33 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 07:33 PM IST

देहरादून, 24 दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से शीतकालीन पर्यटन को जन आंदोलन बनाने का आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि यह आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव है।

उत्तरकाशी जिले में पर्यटन के नक्शे पर तेजी से उभर रहे सांकरी में आयोजित शीतकालीन महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शीतकालीन यात्रा के आह्वान के बाद केदारकांठा, हर्षिल, औली, मुनस्यारी और सांकरी जैसे क्षेत्रों में शीतकालीन पर्यटन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है।

उन्होंने कहा, ”इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। युवा, ट्रैकिंग गाइड, होम-स्टे, होटल एवं पर्यटन से जुड़े अन्य कार्यों के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रहे हैं और इन क्षेत्रों में पलायन में भी कमी आई है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकालीन पर्यटन से लोक कलाकारों, हस्तशिल्प, पारंपरिक व्यंजनों और स्थानीय उत्पादों को भी नया बाजार मिल रहा है।

धामी ने लोगों से शीतकालीन पर्यटन को जन आंदोलन बनाने तथा प्रदेश को समृद्ध एवं आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि शीतकालीन पर्यटन आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव है।

उन्होंने सांकरी को केवल एक गांव नहीं, बल्कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति का जीवंत संग्रहालय बताया। स्थानीय लोगों के स्नेह और उत्साह के लिए आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ”यहां की पारंपरिक वास्तुकला, लोक संस्कृति और सरल पहाड़ी जीवनशैली उत्तराखंड की विशिष्ट पहचान को दर्शाती है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक मूल्यों, कानून व्यवस्था और पारदर्शिता को भी सशक्त बना रही है तथा समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, सख्त भूमि-कानून और भ्रष्टाचार को लेकर ‘कतई न बर्दाश्त करने’ की नीति से उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में अपनी पहचान बना रहा है।

इससे पहले, शीतकालीन महोत्सव में पहुंचने पर मुख्यमंत्री का पारंपरिक रूप से ऊनी परिधान पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने केदारकांठा जाने वाले पर्यटक दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने स्थानीय निवासियों एवं पर्यटकों से संवाद किया तथा शीतकालीन महोत्सव में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का भी अवलोकन किया।

भाषा

दीप्ति रवि कांत