Reported By: Rajesh Mishra
,Deepak baij on ED action, image source: ibc24
रायपुर: Deepak baij on ED action, कवासी लखमा के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का बयान सामने आया है। दीपक बैज ने कहा है कि सेंट्रल एजेंसी बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है, जो कि घोर आपत्तिजनक है। मेल के माध्यम से सूचना मिली है कि सुकमा कांग्रेस कार्यालय को अटैच किया गया है। पूर्व मंत्री और विधायक कवासी लखमा की संपत्ति को भी अटैच किया गया है।
दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस कार्यालय की जितनी डिटेल मांगी थी उपलब्ध करवा दिया गया था। कार्यकर्ताओं की मेहनत से कांग्रेस भवन बना है। राजनीतिक द्वेष के साथ कार्रवाई उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि ईडी कांग्रेसियों पर दबाव बनाने इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
CG News, बता दें कि छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई सामने आयी है। शराब घोटाले में सुकमा कांग्रेस कार्यालय भवन अटैच कर दिया गया है। शराब घोटाले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा की संपत्ति अटैच की गई है। लखमा के बेटे हरीश की 6 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी अटैच कर दी गई है।
छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित आबकारी घोटाले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा एक्शन लेते हुए कांग्रेस नेता और जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा की 6 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर दी है। ईडी की इस कार्रवाई में सुकमा स्थित कांग्रेस कार्यालय भवन को भी अटैच किया गया है, जो लखमा परिवार के स्वामित्व में बताया जा रहा है।
आपको बता दें कि ईडी की जांच में यह तथ्य आया है कि हरीश लखमा ने आबकारी घोटाले से प्राप्त काले धन का निवेश अचल संपत्तियों में किया था। अटैच की गई संपत्तियों में सुकमा स्थित बहुमूल्य भूमि, भवन, और बैंक खातों में जमा राशि भी शामिल है। जिसे ईडी ने जब्त किया है।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस के आदिवासी नेता कवासी लखमा आबकारी घोटाले में गिरफ्तार होकर पहले से ही जेल में बंद हैं। उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्तियों पर की गई इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। ईडी के अनुसार, हरीश लखमा पर अपने पिता के प्रभाव का इस्तेमाल कर सरकारी शराब ठेकों और टेंडर प्रक्रिया में घोटाला करने के आरोप लगे हैं।
इस कार्रवाई में बड़ी बात यह है कि सुकमा के जिस कांग्रेस कार्यालय को अटैच किया गया है, वह संपत्ति हरीश लखमा के नाम पर दर्ज है। इससे न केवल कांग्रेस पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई है। साथ ही राजनीतिक गलियारों में भी खलबली मच गई है। वहीं बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस पर भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।