Clash between police and lawyers: प्रयागराज में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प, सीएम के दौरे के बीच अधिवक्ता की पिटाई पर बवाल

Clash between police and lawyers in Prayagraj: स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।

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  • Publish Date - February 4, 2025 / 04:28 PM IST,
    Updated On - February 4, 2025 / 04:30 PM IST

Clash between police and lawyers in Prayagraj, image source: x.com/Live_Hindustan

HIGHLIGHTS
  • मुख्यमंत्री के काफिले के लिए लगाए गए बैरिकेट पर एक वकील को रोके जाने पर विवाद
  • नाका चौकी प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने एक वकील को पीट दिया
  • हिंदू हॉस्टल चौराहे पर एक वकील ने बैरिकेट पार करने की कोशिश की

प्रयागराज: Clash between police and lawyers in Prayagraj, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महाकुंभ दौरे के दौरान मंगलवार को शहर में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गई। घटना हिंदू हॉस्टल चौराहे की है, जहां मुख्यमंत्री के काफिले के लिए लगाए गए बैरिकेट पर एक वकील को रोके जाने पर विवाद शुरू हुआ। इसी दौरान नाका चौकी प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने एक वकील को पीट दिया, जिससे अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया।

कुछ ही देर में बड़ी संख्या में वकील मौके पर पहुंच गए और सड़क पर खुद से बैरिकेडिंग कर चक्काजाम की कोशिश की। उन्होंने धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।

मुख्यमंत्री योगी का दौरा और वकीलों का विरोध

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक के साथ प्रयागराज पहुंचे थे। उनके कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा कारणों से विभिन्न चौराहों पर बैरिकेट लगाकर यातायात को नियंत्रित किया जा रहा था। इसी बीच हिंदू हॉस्टल चौराहे पर एक वकील ने बैरिकेट पार करने की कोशिश की, जिससे वहां तैनात नाका चौकी प्रभारी से उनकी बहस हो गई।

बहस बढ़ने पर दारोगा ने वकील के साथ हाथापाई शुरू कर दी और उनके साथ मौजूद सिपाहियों ने भी अधिवक्ता को पीटा। इस घटना को देख मौके पर मौजूद अन्य वकील आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।

वकीलों का विरोध और पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया

इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं के इस विरोध प्रदर्शन से प्रशासन में हड़कंप मच गया। वकीलों ने मौके पर ही चक्काजाम करने का प्रयास किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही डीसीपी सिटी अभिषेक भारती मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।

वकीलों की मांग पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित करने का आदेश जारी किया। डीसीपी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि चौकी प्रभारी की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जाएगी। निलंबन के दौरान दारोगा को पुलिस लाइंस से संबद्ध किया गया है और उन्हें मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के बाद वकील शांत हुए और स्थिति पर नियंत्रण पाया गया। हालांकि, इस घटना ने शहर में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न कर दी है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।

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प्रयागराज में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प क्यों हुई?

हिंदू हॉस्टल चौराहे पर एक वकील को बैरिकेट पार करने से रोकने पर बहस हुई, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने वकील को पीट दिया, जिससे अधिवक्ता आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

पुलिस ने किस वकील पर हमला किया और क्यों?

एक वकील ने बैरिकेट पार करने की कोशिश की थी, जिस पर नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की और फिर हाथापाई कर दी।

प्रशासन ने इस मामले में क्या कार्रवाई की?

डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए।

क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घटना से अवगत थे?

यह घटना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज दौरे के दौरान हुई, लेकिन पुलिस प्रशासन ने स्थिति संभालने के लिए त्वरित कार्रवाई की।

क्या वकीलों ने कोई और मांग रखी थी?

वकीलों ने न केवल दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की बल्कि प्रशासन से भविष्य में ऐसे घटनाक्रम न दोहराने की भी अपील की।