Donald Trump: ट्रंप ने खत्म कराई 37 साल पुरानी दुश्मनी, आर्मेनिया-अजरबैजान के बीच हुआ ऐतिहासिक शांति समझौता, अब विवादित जमीन पर बनेगा ट्रम्प रूट

Donald Trump: ट्रंप ने खत्म कराई 37 साल पुरानी दुश्मनी, आर्मेनिया-अजरबैजान के बीच हुआ ऐतिहासिक शांति समझौता, अब विवादित जमीन पर बनेगा ट्रम्प रूट

  •  
  • Publish Date - August 10, 2025 / 08:30 AM IST,
    Updated On - August 10, 2025 / 08:31 AM IST

Donald Trump/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • आर्मेनिया-अजरबैजान में 37 साल पुराने संघर्ष का अंत,
  • ट्रंप की मध्यस्थता से ऐतिहासिक शांति समझौता
  • ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए,

वॉशिंगटन: Donald Trump:  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ी कूटनीतिक सफलता हासिल करते हुए आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच चल रहे 37 साल पुराने संघर्ष को समाप्त कराने में अहम भूमिका निभाई है। व्हाइट हाउस में हुई एक अहम बैठक में आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने एक ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।

Read More : पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट में एक युवक की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर

Donald Trump:  यह संघर्ष नागोर्नो-काराबाख नामक क्षेत्र को लेकर था जो भौगोलिक रूप से अजरबैजान का हिस्सा है लेकिन यहां पर अर्मेनियाई आबादी बहुसंख्यक है। इस क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच दशकों से तनाव, हिंसा और युद्ध का सिलसिला जारी था। वर्षों से चले आ रहे इस टकराव में हजारों लोगों की जान गई और लाखों लोग बेघर हो गए। व्हाइट हाउस में हुई इस त्रिपक्षीय बैठक के दौरान ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा की और अंततः एक औपचारिक शांति समझौता संपन्न कराया। समझौते के तहत दोनों देश न सिर्फ सैन्य संघर्ष को पूरी तरह समाप्त करेंगे बल्कि आर्थिक सहयोग, व्यापार, सीमा नियंत्रण और कूटनीतिक रिश्तों को भी आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।

Read More : आत्मविश्वेश्वर महादेव मंदिर के गर्भगृह में लगी आग, मुख्य पुजारी समेत 7 लोग झुलसे 

Donald Trump:  ट्रंप ने इस अवसर पर कहा की यह सिर्फ दो देशों के बीच शांति नहीं बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। अमेरिका हमेशा से विश्व शांति का समर्थक रहा है और हम आगे भी इसी दिशा में काम करते रहेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप इससे पहले भी विश्वभर के कई संघर्षों को समाप्त कराने का दावा कर चुके हैं। अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने अब तक भारत-पाकिस्तान, इजराइल-ईरान, थाईलैंड-कंबोडिया, रवांडा-कांगो, सर्बिया-कोसोवो और मिस्र-इथियोपिया जैसे जटिल मुद्दों में मध्यस्थता की कोशिशें की हैं। हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर उनकी कोशिशें अब तक सफल नहीं हो पाई हैं लेकिन आर्मेनिया-अजरबैजान के बीच इस ऐतिहासिक समझौते को एक बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है। आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच यह संघर्ष 1990 के दशक की शुरुआत से ही जारी था।

नागोर्नो-काराबाख संघर्ष क्या है?

"नागोर्नो-काराबाख संघर्ष" एक क्षेत्रीय विवाद है जो अजरबैजान के अंदर स्थित एक क्षेत्र को लेकर आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच दशकों से चला आ रहा था।

"आर्मेनिया अजरबैजान समझौता 2025" किसने करवाया?

"आर्मेनिया अजरबैजान समझौता 2025" अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से संपन्न हुआ।

इस समझौते के प्रमुख बिंदु क्या हैं?

"शांति समझौते" में सैन्य संघर्ष को समाप्त करना, आर्थिक और व्यापारिक सहयोग बढ़ाना, सीमा नियंत्रण को सशक्त करना और कूटनीतिक रिश्तों को मजबूत करना शामिल हैं।

क्या नागोर्नो-काराबाख अब अजरबैजान का हिस्सा रहेगा?

हाँ, "नागोर्नो-काराबाख" क्षेत्र भौगोलिक रूप से अजरबैजान का ही हिस्सा रहेगा, लेकिन इसमें रहने वाले अर्मेनियाई लोगों के अधिकारों की रक्षा की गारंटी दी गई है।

क्या ट्रंप की ये पहली कूटनीतिक सफलता है?

नहीं, "डोनाल्ड ट्रंप मध्यस्थता" से पहले भी वे कई अंतरराष्ट्रीय संघर्षों में मध्यस्थता की कोशिशें कर चुके हैं जैसे कि भारत-पाकिस्तान, सर्बिया-कोसोवो, मिस्र-इथियोपिया आदि।