तेलंगाना: Telangana Naxal Surrender News: तेलंगाना के भद्राद्री कोत्तागुडेम जिले में एक बड़ी कार्रवाई के तहत 60 नक्सलियों ने पुलिस के सामने समर्पण (सरेंडर) कर दिया। ये सभी नक्सली लंबे समय से विभिन्न एरिया कमेटियों में सक्रिय थे और कई हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे थे। इनका सरेंडर कोत्तागुडेम एसपी कार्यालय में हुआ जहां पुलिस अधिकारियों ने इन्हें कानूनी सहायता और पुनर्वास योजना के बारे में जानकारी दी।
Telangana Naxal Surrender News: सरेंडर करने वाले नक्सली भद्राद्री कोत्तागुडेम और आसपास के इलाकों में सक्रिय थे। इनमें से कई नक्सली माओवादी संगठनों से जुड़े रहे हैं और सुरक्षाबलों के खिलाफ कई हमलों में शामिल थे। पुलिस और सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन्होंने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
Telangana Naxal Surrender News: तेलंगाना पुलिस लगातार नक्सलियों को हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने की अपील कर रही थी। इसके तहत सरकार द्वारा पुनर्वास योजना चलाई जा रही है, जिसमें आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार, आर्थिक सहायता और पुनर्वास के अवसर दिए जाते हैं।
Telangana Naxal Surrender News: सरकार ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इन्हें रोजगार के अवसर, घर और सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा, ताकि वे सामान्य जीवन जी सकें।
तेलंगाना के भद्राद्री कोत्तागुडेम जिले में 60 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।
सरेंडर करने वाले नक्सली किस संगठन से जुड़े थे?
ये सभी नक्सली माओवादी संगठनों से जुड़े थे और कई हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे थे।
पुलिस ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों को क्या सुविधाएं दी हैं?
सरकार ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों को रोजगार, पुनर्वास, आर्थिक सहायता और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ देने का आश्वासन दिया है।
क्या तेलंगाना में नक्सली गतिविधियां अभी भी जारी हैं?
हालांकि, नक्सली गतिविधियां पिछले कुछ वर्षों में कम हुई हैं, लेकिन कुछ इलाकों में अब भी इनका प्रभाव बना हुआ है। सरकार और पुलिस लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अभियान चला रही हैं।
सरकार नक्सलियों के सरेंडर को कैसे बढ़ावा दे रही है?
सरकार पुनर्वास योजनाओं, जागरूकता अभियानों और आर्थिक सहायता के जरिए नक्सलियों को मुख्यधारा में वापस लाने के प्रयास कर रही है।