Vice President’s Under Secretary: सीपी राधाकृष्णन अब भारत के नए उपराष्ट्रपति बन चुके हैं। 9 सितंबर 2025 को हुए चुनाव में उन्होंने 452 वोटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की। सीपी राधाकृष्णन न केवल राजनीति में वर्षों का अनुभव रखते हैं, बल्कि वे एक अच्छे प्रशासक भी माने जाते हैं। उनके साथ काम करने वाली प्रशासनिक टीम का भी अब विशेष महत्व हो गया है,और इस टीम का एक अहम हिस्सा होता है – अंडर सेक्रेटरी (Under Secretary), लेकिन क्या आपको पता है कि उपराष्ट्रपति के अंडर सेक्रेटरी को कितनी तनख्वाह मिलती हैं ? चलिए हम इस खबर में विस्तार से इस पद की जिम्मेदारियां और वेतन के बारे में बताते हैं-
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Vice President’s Under Secretary: अंडर सेक्रेटरी किसी भी मंत्रालय या संवैधानिक पदाधिकारी के ऑफिस में नीतियों, प्रशासनिक कार्यों और दस्तावेज़ यानी कि डॉक्यूमेंट्स तैयार करने की जिम्मेदारी निभाता है। उपराष्ट्रपति कार्यालय में काम करते हुए अंडर सेक्रेटरी को बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण कार्य सौंपे जाते हैं, जिनमें ये काम शामिल हैं:-
Vice President’s Under Secretary: सरकार द्वारा निर्धारित पे मैट्रिक्स लेवल-10 के अनुसार, अंडर सेक्रेटरी की बेसिक सैलरी ₹56,100 प्रति माह से शुरू होती है। समय और सेवा वर्ष यानी कि वर्किंग ईयर्स बढ़ने के साथ,यह वेतन बढ़कर अधिकतम ₹1,77,500 प्रति माह तक जा सकता है। यही नहीं अंडर सेक्रेटरी को केवल बेसिक सैलरी ही नहीं मिलती बल्कि उन्हें डीए (Dearness Allowance), एचआरए (House Rent Allowance), ट्रांसपोर्ट अलाउंस,मेडिकल सेवा जैसी कई सुविधाएं मिलती है इन सभी को मिलाकर अंडर सेक्रेटरी की इन-हैंड सैलरी 80,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये प्रति माह तक जा सकती है, जो उनकी पोस्टिंग और अनुभव पर निर्भर करती है।
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महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन अब देश के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति बन गए हैं। 9 सितंबर 2025 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार राधाकृष्णन ने 452 वोट हासिल कर बड़ी जीत दर्ज की। उनका पूरा नाम चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन है। वे मूल रूप से तमिलनाडु से संबंध रखते हैं और राजनीति में उनका अनुभव कई सालों का है। उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले सीपी राधाकृष्णन झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर भी कार्य कर चुके हैं।