FIR On Jitu Patwari : PCC चीफ जीतू पटवारी पर FIR दर्ज, दो लोगों को मानव मल खिलाने वाली वीडियो पोस्ट पर हुई कार्रवाई

FIR On PCC Chief Jitu Patwari: अशोकनगर में PCC चीफ जीतू पटवारी पर FIR दर्ज की गई है। यह कार्रवाई 2 लोगों को मानव मल खिलाने वाली वीडियो पोस्ट को लेकर हुई है। वीडियो में मानव मल खाने का कहने वालों ने खुद शिकायत की है।

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  • Publish Date - June 27, 2025 / 11:06 PM IST,
    Updated On - June 27, 2025 / 11:07 PM IST

FIR On Jitu Patwari, image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • 25 जून को ओरछा में पटवारी ने एक प्रेस कांफ्रेंस की
  • जबरन कैमरे के सामने मानव मल खिलाने के आरोप लगवाए
  • दोनों भाइयों ने शपथ पत्र में लिखा है कि उन्हें मानव मल नहीं खिलाया गया

अशोकनगर: FIR On Jitu Patwari, अशोकनगर में PCC चीफ जीतू पटवारी पर FIR दर्ज की गई है। यह कार्रवाई 2 लोगों को मानव मल खिलाने वाली वीडियो पोस्ट को लेकर हुई है। वीडियो में मानव मल खाने का कहने वालों ने खुद शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि, जीतू पटवारी ने ही कहा था कि वीडियो में मानव मल खिलाने की बात कहो। जिसे लेकर सामाजिक वैमनस्यता फैलाने की संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

FIR On PCC Chief Jitu Patwari , कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ मुंगावली पुलिस में FIR दर्ज किया गया है। शुक्रवार शाम अशोकनगर जिले के मुंगावली पुलिस थाने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। यह केस जिन व्यक्तियों के शपथ पत्र के आधार पर मुंगावली पुलिस ने दर्ज किया है, उनके साथ ही 25 जून को ओरछा में पटवारी ने एक प्रेस कांफ्रेंस की थी। अब उक्त व्यक्तियों ने 26 जून को कलेक्टर अशोकनगर के सामने शपथ पत्र प्रस्तुत किया है कि उन्हें कुछ स्थानीय नेता जीतू पटवारी के पास ओरछा ले गए थे। जहां उन्हें मोटरसाइकल देने और जीवन भर खर्च पानी देने का लालच देकर जबरन कैमरे के सामने मानव मल खिलाने के आरोप लगवाए गए थे।

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मामले के बाद मुंगावली थाना प्रभारी जोगेंद्र सिंह यादव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सहित अन्य पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2), 196 (1)(A), 197(1)(C), 229(2), 237, 353(1)(C) में प्रकरण दर्ज किया है।

दरअसल, मुंगावली थाना क्षेत्र के मूडरा बड़वाह गांव के युवक गजराज लोधी और रघुराज लोधी ने 25 जून को ओरछा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस में हिस्सा लिया था। और आरोप लगाए थे कि विकास यादव एवं उनके साथियों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई और जबरदस्ती मानव मल खिलाया गया। इसके बाद, 26 जून को इन्हीं दोनों युवकों ने अशोकनगर कलेक्टर के सामने शपथ पत्र प्रस्तुत कर कहा कि हमारे साथ विकास यादव और अन्य ने केवल मारपीट की थी और बाइक छुड़ाकर रख ली गई थी।

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लेकिन, कुछ स्थानीय नेता उन्हें ओरछा ले गए और जीतू पटवारी के साथ बैठा दिया। वहां पटवारी ने भीड़ से अलग ले जाकर दोनों भाइयों को समझाया कि आपको मानव मल खिलाने के आरोप लगाने हैं। इसके बदले में मोटरसाइकल देने और जीवन भर खर्चा पानी देने का लालच उन्हें दिया गया था।

शपथ पत्र में लिखी ये बात

दोनों भाइयों ने शपथ पत्र में लिखा है कि उन्हें मानव मल नहीं खिलाया गया। यह बात गलत है, इसके बाद पटवारी पर मुंगावली थाने में मिथ्या साक्ष्य के आधार पर जातियों व संप्रदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने का केस दर्ज किया गया है।

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जीतू पटवारी पर FIR क्यों दर्ज की गई है?

उत्तर: FIR इस आरोप के आधार पर दर्ज की गई है कि जीतू पटवारी ने दो युवकों को मानव मल खिलाने का झूठा आरोप लगाने के लिए उकसाया और इसके बदले उन्हें मोटरसाइकिल व जीवन भर खर्च देने का लालच दिया। युवकों ने बाद में शपथ पत्र देकर इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें जबरदस्ती यह बयान देने के लिए प्रेरित किया गया था।

यह मामला कैसे शुरू हुआ था?

उत्तर: 25 जून को कांग्रेस नेता जीतू पटवारी के साथ प्रेस कांफ्रेंस में दो युवकों—गजराज लोधी और रघुराज लोधी—ने आरोप लगाया था कि उन्हें कुछ लोगों ने मारपीट कर मानव मल खिलाया। लेकिन अगले ही दिन, 26 जून को, उन्होंने कलेक्टर को दिए शपथ पत्र में कहा कि यह आरोप झूठा था और उन्हें यह बयान देने के लिए उकसाया गया था।

FIR में कौन-कौन सी धाराएं लगाई गई हैं?

उत्तर: मुंगावली पुलिस ने जीतू पटवारी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिनमें शामिल हैं: धारा 61(2) – गलत जानकारी से सामाजिक वैमनस्यता फैलाना धारा 196(1)(A), 197(1)(C) – झूठे आरोप और सबूत गढ़ना धारा 229(2) – धोखाधड़ी से लाभ लेने की कोशिश धारा 237, 353(1)(C) – सरकारी कार्यों में बाधा और भ्रम फैलाना

युवकों ने अपने शपथ पत्र में क्या कहा है?

उत्तर: शपथ पत्र में युवकों ने कहा है: उन्हें वास्तव में मानव मल नहीं खिलाया गया था, केवल मारपीट हुई थी। कुछ स्थानीय नेता उन्हें ओरछा ले गए, जहां उन्हें जीतू पटवारी से मिलवाया गया। पटवारी ने उन्हें भीड़ से अलग ले जाकर कहा कि "मानव मल खिलाने" का आरोप लगाओ, बदले में बाइक व खर्चा मिलेगा।