इंदौर में निर्माण मलबा यहां-वहां फेंकने पर वसूला जाएगा कम से कम 5,000 रुपये का जुर्माना

इंदौर में निर्माण मलबा यहां-वहां फेंकने पर वसूला जाएगा कम से कम 5,000 रुपये का जुर्माना

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  • Publish Date - July 25, 2021 / 06:56 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:31 PM IST

इंदौर, 25 जुलाई (भाषा) देश के सबसे स्वच्छ शहर मध्यप्रदेश के इंदौर में निर्माण से जुड़ा मलबा यहां-वहां फेंकना अब लोगों को महंगा पड़ने वाला है और शहर की खूबसूरती पर दाग लगाने वाले लोगों से कम से कम 5,000 रुपये का जुर्माना मौके पर ही वसूला जाएगा। इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि आईएमसी प्रशासन ने अपने भवन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अगर कोई व्यक्ति नये निर्माण किए जाने और पुराने निर्माण ढहाए जाने के दौरान निकलने वाले मलबे को खुले मैदानों या अन्य स्थानों पर अनाधिकृत रूप से फेंकता पाया जाता है, तो उससे न्यूनतम 5,000 रुपये का जुर्माना मौके पर ही वसूला जाए।

उन्होंने बताया कि स्थानीय नागरिक निर्माण से जुड़े मलबे के निपटारे के लिए ‘इंदौर 311’ मोबाइल ऐप के माध्यम से आईएमसी प्रशासन को सूचना दे सकते हैं और निर्धारित शुल्क चुकाकर कर इसे उठवा सकते है।

इस बीच, केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के लिए आईएमसी के सलाहकार असद वारसी ने बताया कि शहर में निर्माण मलबे के प्रसंस्करण से ईंटें, मेनहोल के ढक्कन, इंटरलॉकिंग टाइल्स और अन्य सामग्री बनाई जा रही है।

वारसी ने बताया, ‘ये सामग्री उस संयंत्र में बनाई जा रही है जो हर रोज 100 टन निर्माण मलबे का प्रसंस्करण कर सकता है। शहर में निर्माण गतिविधियों में तेजी आने के मद्देनजर इस संयंत्र की क्षमता पांच गुना बढ़ाकर 500 टन प्रतिदिन की जा रही है।’

उनके अनुमान के मुताबिक शहर में औसतन 300 टन निर्माण मलबा हर रोज निकलता है।

भाषा हर्ष रंजन

रंजन