Cheetah in Gandhinagar Sanctuary | Image Source | IBC24
भोपाल: Cheetah in Gandhinagar Sanctuary: मध्यप्रदेश के वन्य जीव संरक्षण अभियान को एक और बड़ी सफलता मिलने जा रही है। कुनो नेशनल पार्क के बाद अब प्रदेश का गांधी सागर अभयारण्य चीतों का नया आशियाना बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज 20 अप्रैल को यहां दो चीतों को प्राकृतिक परिवेश में मुक्त करेंगे जो वन्य जीवन को समृद्ध करने की दिशा में एक ऐतिहासिक और दूरदर्शी कदम होगा।
Cheetah in Gandhinagar Sanctuary: गांधी सागर अभयारण्य अब प्रदेश का दूसरा ऐसा क्षेत्र होगा जहां चीतों की बसाहट की जा रही है। इससे पहले चीतों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर कुनो नेशनल पार्क (शेओपुर) में बसाया गया था। अब इसी योजना के तहत गांधी सागर को भी विकसित किया गया है।
“गांधी सागर अभयारण्य”
बनेगा चीतों का नया आशियानामुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अभयारण्य में छोड़ेंगे 2 चीते
20 अप्रैल, 2025
गांधी सागर अभयारण्य, मंदसौर@PMOIndia @DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh@JansamparkMP @byadavbjp @EnvironmentPib pic.twitter.com/7mXyRMiaXg — Department of Forest, MP (@minforestmp) April 19, 2025
Cheetah in Gandhinagar Sanctuary: चीता परियोजना के तहत गांधी सागर को लंबे समय से तैयार किया जा रहा था। यहां का प्राकृतिक वातावरण, पर्याप्त शिकार, और सुरक्षित सीमाएं इसे चीतों के अनुकूल निवास क्षेत्र बनाती हैं। चीतों की रिहाई से बायोडायवर्सिटी को नया जीवन मिलेगा और पर्यावरण संतुलन मजबूत होगा।
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Cheetah in Gandhinagar Sanctuary: यह अभयारण्य नीमच और मंदसौर जिलों में फैला हुआ है और गांधी सागर बांध के आसपास का विशाल वन क्षेत्र इसमें शामिल है। यह क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता के लिए जाना जाता है।
Cheetah in Gandhinagar Sanctuary: चीतों की रिहाई से गांधी सागर क्षेत्र को पर्यटन की नई पहचान मिलने की उम्मीद है। यहां सफारी, ईको-टूरिज्म, और वन्य जीवन अवलोकन को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय रोजगार में वृद्धि होगी और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव आज करेंगे चीतों को वन में मुक्त