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Madhya Pradesh News: भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में देश का एक अनोखा और सड़क निर्माण प्रोजेक्ट जल्द ही शुरू होने वाला है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) भोपाल के रत्नागिरी से आश्रम चौराहे तक 16 किलोमीटर से अधिक लंबाई में मप्र की पहली 10-लेन सड़क का निर्माण करने जा रहा है। इस परियोजना की खास बात यह है कि इसमें सड़क निर्माण के लिए 10 लाख मैट्रिक टन उपयुक्त ठोस कचरे (सॉलिड वेस्ट) का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे न सिर्फ सड़क निर्माण को नई दिशा मिलेगी बल्कि राजधानी भोपाल के कचरे की समस्या को भी कम करने में मदद मिलेगी।
NHAI ने भोपाल नगर निगम से सॉलिड वेस्ट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। आदमपुर खंती क्षेत्र में वर्तमान में लगभग 3 लाख मैट्रिक टन से अधिक कचरा जमा है, जिसे इस प्रोजेक्ट में सड़क निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। यह कदम पर्यावरण और कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में मप्र के लिए एक नई मिसाल साबित होगा। NHAI के अधिकारियों का कहना है कि सड़क में गैप फिलिंग और साइड फीलिंग के लिए सॉलिड वेस्ट का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे कचरे के ढेर भी कम होंगे और भूमि पुन: उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
इस सड़क निर्माण परियोजना की कुल लागत 836.91 करोड़ रुपए है। NHAI ने साफ कहा है कि ट्री कटिंग की अनुमति मिलने के तुरंत बाद परियोजना का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यह सड़क न केवल राजधानी भोपाल में यातायात की समस्याओं को कम करेगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। रत्नागिरी से आश्रम चौराहे तक बनने वाली यह 10-लेन सड़क मध्य प्रदेश के सड़क निर्माण और बुनियादी ढांचे में एक नई क्रांति साबित होगी।सॉलिड वेस्ट का इस्तेमाल करने से न केवल लागत में कमी आएगी, बल्कि पारंपरिक निर्माण सामग्री पर निर्भरता भी कम होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अभिनव मॉडल है जिसे भविष्य में अन्य राज्यों में भी अपनाया जा सकता है।
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