MP News/Image Source: IBC24
भोपाल : MP News: मध्यप्रदेश में अब पुलिस ट्रेनिंग के दौरान रामचरितमानस के बाद भागवत गीता का पाठ भी कराया जाएगा। मध्यप्रदेश पुलिस की ट्रेनिंग विंग ने अपने सभी प्रशिक्षण केंद्रों को रंगरूटों के लिए भगवद गीता पाठ सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन्हें “नेक जीवन” जीने में मदद मिल सके। यह निर्देश एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (ट्रेनिंग) राजा बाबू सिंह ने राज्य के सभी आठ ट्रेनिंग स्कूलों के सुपरिटेंडेंट को जारी किया है।
इन केंद्रों में जुलाई से लगभग 4,000 युवा लड़के और लड़कियां नौ महीने की कांस्टेबल ट्रेनिंग ले रहे हैं। इससे पहले ADG राजा बाबू सिंह ने जुलाई में ट्रेनिंग सेशन का उद्घाटन करते समय इन संस्थानों में रामचरितमानस का पाठ करने का निर्देश दिया था और कहा था कि इससे प्रशिक्षणार्थियों में अनुशासन और नैतिकता का विकास होगा। रामचरितमानस में भगवान राम के गुणों और उनके 14 वर्ष के वनवास का वर्णन किया गया है। अब 1994 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी राजा बाबू सिंह ने ट्रेनिंग स्कूलों के डायरेक्टरों से कहा है कि यदि संभव हो तो भगवान कृष्ण के चल रहे पवित्र महीने (अगहन कृष्ण) के दौरान भगवद गीता का कम से कम एक अध्याय पढ़ना शुरू करें।
MP News: उन्होंने निर्देश दिया कि यह पाठ ट्रेनी के रोज़ाना के मेडिटेशन सत्र से ठीक पहले किया जा सकता है। ADG ने ट्रेनिंग स्कूलों को भेजे संदेश में कहा कि भगवद गीता हमारा शाश्वत ग्रंथ है। इसका नियमित पाठ हमारे ट्रेनी को नेक जीवन जीने में मार्गदर्शन देगा और उनके जीवन को बेहतर बनाएगा। हालांकि इस आदेश को लेकर विवाद की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।