भारत विभाजन की अपराधी है मुस्लिम लीग, वोट बैंक नहीं खुद्दारी वाले बनें भारतीय मुसलमान : मुस्लिम राष्ट्रीय मंच

भारत विभाजन की अपराधी है मुस्लिम लीग, वोट बैंक नहीं खुद्दारी वाले बनें : Muslim League is the culprit of the partition of India

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  • Publish Date - June 8, 2023 / 09:15 PM IST,
    Updated On - June 8, 2023 / 09:15 PM IST

भोपाल। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अभ्यास वर्ग के पहले दिन कार्यकर्ताओं ने सच्चे, अच्छे, और ईमानदार नागरिक बनने का पाठ पढ़ा। इस बीच सर्वसहमति से प्रस्ताव पारित हुआ कि मुस्लिम लीग भारत विभाजन की अपराधी है। प्रस्ताव में यह भी पारित हुआ कि भारतीय मुसलमानों को वोट बैंक की कीमत नहीं बनना है बल्कि खुद्दारी वाले भारतीय मुसलमान बनना है। इस बीच यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि पवित्र कुरान के निर्देशों और सिद्धांतों के अनुसार हमें अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य को अन्य सभी चीजों के ऊपर मानना चाहिए और इसी किरदार पर चलते हुए इंसानियत के मालिक बनने का रास्ता बनना चाहिए ना कि गुनहगार बनने की कवायद होनी चाहिए। मंच ने माना कि वतन से मुहब्बत एक ऐसा ईमान है जो हमारे लिए जन्नत के दरवाजे खोलता है। मंच ने यह भी माना कि भारत के लगभग 99 फीसदी के आसपास मुसलमान अपने पूर्वजों, संस्कृति, परंपराओं और मातृभूमि के कारण हिंदुस्तानी हैं जबकि धर्म के आधार पर देश के विभाजन के लिए कांग्रेस और मुस्लिम लीग के नेता जिम्मेदार हैं। मंच में सब को साथ मिल कर चलने पर जोर दिया गया और इसे किसी भी मजबूत संगठन का मूलमंत्र बताया गया। साथ ही कहा गया कि हमें “एक” और “एक” मिल के “ग्यारह” बनने की शक्ति होनी चाहिए।

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इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि कुरान शरीफ में लिखा है कि मुसलमान दुनिया के चारों तरफ यानि अनेकों देशों में फैले होंगे लेकिन साथ ही यह भी सीख दी गई कि जिस देश में उस देश को अपना मानो और उससे पूरी ईमानदारी बरतो। उन्होंने जोर दिया कि आज पूरे विपक्ष की नजर हमारे इस अभ्यास वह पर लगी है। इंद्रेश कुमार ने तीन तरह की तालीम का जिक्र किया। रूहानी तालीम, दुनियावी तालीम और तीसरी होती है शैतानी तालीम। तीसरी तालीम कोई नहीं सिखाता है और इसी तीसरी तालीम से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच और उनके कार्यकर्ता को बचना है। उन्होंने तलाक को अल्लाह की नजरों में सबसे खराब बताया और चार शादियों को हराम बताया। इस मौके पर इस्लाम में देश की मोहब्बत और जज्बातों को लेकर कुरान, हदीस और हजरत मोहम्मद साहब ने क्या फरमाया है इस पर गंभीरता से चर्चा हुई। इंद्रेश कुमार ने वतन परस्ती, विरासत और साझे देश की बात रखी। वहीं उलेमाओं और मुस्लिम बुद्धिजीवियों और एमआरएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के बारे में हमेशा गुमराह किया गया है।

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इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम लीग, मुस्लिम पर्सनल लॉ और इस तरह के दूसरे संगठन भारत के मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। इस तरह की पार्टियां और संगठन देश के विभाजन और लाखों करोड़ों मौत के लिए ज़िम्मेदार हैं। ऐसी पार्टियों या संगठनों का समर्थन करना देश के मुसलमानों को गुमराह और इस्लाम को बदनाम करने की नापाक साजिश है।संघ नेता ने बिना राहुल गांधी का नाम लेते हुए निशाना साधा कि जिस मुस्लिम लीग के कारण विभाजन की नीव पड़ी उसी की तरफदारी आजादी के अमृतकाल में करने का कोई मकसद नहीं बनता है। इस तरह की बातों से शंका होती है कि क्या तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल केवल टुकड़े- टुकड़े की राजनीति करना चाहते हैं। भारत के मुस्लिम शताब्दियों से भारतीय हैं और सदैव भारतीय हो रहेंगे, उन्हें गुमराह करने से विपक्षी दलों और देश के भला न चाहने वालों को बाज़ आजाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कट्टरपन से भारत नहीं चलेगा।

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आरएसएस के संपर्क प्रमुख राम लाल जी ने अपने परिचित अंदाज में अपनी बातें रखीं। उन्होंने कहा कि आप जानते ही हैं कि आरएसएस के सरसंघचालक के सी सुदर्शन जी के दिमाग में आया था कि देश की एक बहुत बड़ी जनसंख्या मुसलमानों की है। उन्होंने पहल की। राम लाल ने कहा कि संघ प्रमुख ने सोचा कि कैसे अलग अलग विचारधारा और अलग अलग लोगों को कैसे एक साथ जोड़ा जाए और कैसे हिंदू मुसलमान को एक साथ कंधे से कंधा मिला कर चलें? वो चाहते थे कि अलग अलग समुदायों में अलग अलग लोगों में धीरे धीरे अलग अलग बातों पर समानता लाने का काम हो। राम लाल ने बताया कि ऐसा फैसला ये हुआ था कि खुद मुस्लिम लोग संगठन चलाएंगे, और मुस्लिम लोगों का उत्थान करें। लेकिन चूंकि मुसलमानों को ऐसे संगठन चलाने का अनुभव नहीं था इसलिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच बनाया गया और संघ प्रमुख ने इंद्रेश कुमार को संरक्षक के तौर पर जोड़ा गया और आज इंद्रेश कुमार ने इस संगठन को देश का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी संगठन बना दिया है।

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कार्यक्रम को बढ़ाने का काम राष्ट्रीय संयोजक शाहिद अख्तर ने 20 वर्षों में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के काम पर संछिप्त में सबको बताया तथा आगे की रणनीति पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि हमारी तालीम, तहजीब और किरदार ऐसा हो जो हर किसी को एक साथ आगे ले कर चलें। हम सब एक थे, एक हैं, और एक रहेंगे। कार्यक्रम में सबसे पहले हाल ही में हुए ट्रेन दुर्घटना में मारे जाने वाले लोगों के लिए शोक प्रकट किया और सबने श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का शुभारंभ मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार, आरएसएस के संपर्क प्रमुख राम लाल, पीपुल्स ग्रुप के चेयरमैन मयक विश्नोई और डेंटल कॉलेज के डॉक्टर शैलेश कुमार, मंच के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद अख्तर, माजिद तालिकोटी और रेशमा हुसैन और मध्य प्रदेश के संयोजक फारूक खान ने दीप प्रज्ज्वलित कर के किया। इसके बाद दिल्ली प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हाजी सबरीन ने कुरान की आयतों के साथ दुआ पढ़ी। और इसके गौ रक्षा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक ने मंच की अपनी विशेष दुआ पढ़ी जिसे ऑडिटोरियम में मौजूद सबने एक साथ दोहराया।

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