टोपी और तिलक.. किसका राजतिलक? राहुल की यात्रा पर बीजेपी ने साधा निशाना, कांग्रेस ने दिया ये जवाब

टोपी और तिलक.. किसका राजतिलक? राहुल की यात्रा पर बीजेपी ने साधा निशानाः BJP's Target Is Congress's Bharat Jodo Yatra Before Entering MP

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  • Publish Date - November 8, 2022 / 11:50 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

नवीन सिंह/भोपालः मध्य प्रदेश में दाखिल होने से पहले बीजेपी के निशाने पर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा है। इस यात्रा के ज़रिए राहुल गांधी और कांग्रेस बीजेपी को टक्कर देना चाहते है। लेकिन बीजेपी के मांइड में राहुल गांधी की वो तस्वीर है, जिसमें वो गोल टोपी पहने हुए यात्रा शुरू करते हैं। बीजेपी की इस तस्वीर को कांग्रेस बांटने वाली मानसिकता बताती है। कहती है तिलक और टोपी के ज़रिए बीजेपी राजनीति चमकाए रखना चाहती है। इन सब के पहले दक्षिण के कांग्रेस नेता सतीश जारकीहोली ने हिन्दू शब्द को पारसी बताया और इसका मतलब बहुत गंदा बता दिया।

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चुनावों के पहले एक बार फिर टोपी और तिलक पर सियासत शुरु हो गई है। ऐसा होना भी तय था क्योंकि 10 महीने बाद मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है। टोपी और तिलक पर सियासत की शुरुआत बीजेपी ने की है। जवाब कांग्रेस की तरफ से आ गया है।

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टोपी औऱ तिलक के जरिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी तलवारें खिंच चुकी हैं। निशाना राहुल गांधी हैं और उनकी भारत जोड़ो यात्रा। दरअसल कांग्रेस दावा कर रही है कि राहुल की भारत को जोड़ने वाली यात्रा को गजब का रिस्पॉन्स मिल रहा है। शायद इसलिए बीजेपी के नेताओं में खलबली है। ऐसे में बीजेपी नेताओं की तरफ से राहुल गांधी पर हो रहे जुबानी हमले वाजिब है। कांग्रेस ये मानती है कि राहुल गांधी की यात्रा का माइलेज पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ज़रुर मिलेगा। इधर बीजेपी को डर है कि मध्यप्रदेश में राहुल गांधी मठ मंदिरों में जाकर बीजेपी के कोर वोट बैंक पर बड़ा डेंट न लगा दें।

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जाहिर है कांग्रेस की कोशिश है हिंदू वोट बैंक का बड़ा शेयर अपनी तरफ किया जाए ताकि 2023 की सत्ता में कांग्रेस की वापसी मुमकिन हो। राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, नर्मदा में स्नान, मठ मंदिर दर्शन और वैदिक मंत्रों के साथ भव्य स्वागत की तैयारी भी इसी रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेस अपने मकसद में कामयाब हुई तो ये तय है कि बीजेपी की मुश्किलें बढ़ जाएगी। जो कि बीजेपी की सीनियर लीडरशिप कभी नहीं चाहेगी। यही वजह है कि बीजेपी नेता कांग्रेस की वही पुरानी तस्वीर को ताज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं जिनमें राहुल गांधी के पूर्वज टोपी पहने नज़र आते थे।