Reported By: Abhishek Singh sengar
,Chhatarpur News/Image Source: IBC24
छतरपुर: Chhatarpur News: छतरपुर ज़िले के राजनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पिपट में एक पालतू कुत्ते का हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया। कुत्ते का नाम था तिलकधारी, जिसे उसके मालिक सद्दू पटेरिया ने अपने बेटे की तरह पाला था। उसकी मृत्यु के बाद बाकायदा हिंदू रीति-रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया गया।
तस्वीरें छतरपुर ज़िले के पिपट गाँव की हैं जहाँ एक पालतू कुत्ते का अंतिम संस्कार ठीक वैसे ही किया गया जैसे किसी इंसान का होता है। दस साल पहले सद्दू पटेरिया ने सड़क पर मिली एक बेसहारा कुतिया रामकली को सहारा दिया था। रामकली की मृत्यु के बाद उसका एक बच्चा बचा जिसे सद्दू ने पाला और नाम दिया तिलकधारी।
Chhatarpur News: नामकरण भी भव्य था बैंड-बाजे बजे, गाँववालों ने दावत खाई, नाच-गाना हुआ, और तिलकधारी परिवार का हिस्सा बन गया। लेकिन अब वही तिलकधारी इस दुनिया से विदा हो चुका है। सद्दू ने उसका अंतिम संस्कार हिंदू विधि-विधान से किया है। इतना ही नहीं अब उसकी अस्थियाँ प्रयागराज ले जाकर विसर्जित की जाएँगी। यह कहानी सिर्फ़ एक कुत्ते की नहीं है बल्कि उस रिश्ते की है जहाँ इंसानियत और मोहब्बत हर सीमा को लांघ जाती है।