Reported By: Nasir Gouri
,Gwalior Anganwadi News/Image Source: IBC24
ग्वालियर: Gwalior Anganwadi News: कभी जिस आंगनबाड़ी को हाईटेक सुविधाओं से लैस कर आदर्श मॉडल बनाने का सपना दिखाया गया था वह आज खुद बदहाली के आंसू बहा रही है। मध्य प्रदेश की तत्कालीन महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने 28 अगस्त 2019 को राज्य में आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों की नींव रखी थी। लेकिन छह साल बाद इन केंद्रों की हकीकत किसी उजड़ते ख्वाब से कम नहीं है।
Gwalior Anganwadi News: ग्वालियर की एक ऐसी ही आंगनबाड़ी केंद्र की हालत बेहद चिंताजनक है। जिसे खासतौर पर आधुनिक बनाया गया था यहां तक कि बच्चों के लिए एयर कंडीशनर भी लगाए गए थे। लेकिन ये AC महज छह महीने ही चले उसके बाद से आज तक बंद पड़े हैं। अब गर्मी में बच्चे बेहाल होते हैं और सर्दी-बारिश में भी राहत की कोई व्यवस्था नहीं है। इस केंद्र की बिल्डिंग के चारों ओर बारिश का पानी जमा हो चुका है। जगह-जगह सीलन है जिससे दीवारें कमजोर हो रही हैं।
Gwalior Anganwadi News: पास ही नगर निगम ने कचरा डंपिंग सेंटर बना दिया है जिससे इलाके में लगातार बदबू और मच्छरों का आतंक बना रहता है। नालियों की सफाई नहीं होती और गाय-भैंसों का गोबर भी आंगनबाड़ी के आसपास फैला रहता है। इन हालातों का सबसे बुरा असर मासूम बच्चों पर पड़ रहा है। कभी 30 बच्चों से गुलजार रहने वाला यह केंद्र अब केवल 4-5 बच्चों तक सिमट गया है। अभिभावकों में डर है कि उनके बच्चे कहीं डेंगू या अन्य संक्रामक बीमारियों की चपेट में न आ जाएं।