प्राथमिकी में लगाए आरोपों को साबित कर दें मुख्यमंत्री तो दे दूंगा पद से इस्तीफा: पटवारी

प्राथमिकी में लगाए आरोपों को साबित कर दें मुख्यमंत्री तो दे दूंगा पद से इस्तीफा: पटवारी

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  • Publish Date - June 30, 2025 / 08:05 PM IST,
    Updated On - June 30, 2025 / 08:05 PM IST

भोपाल, 30 जून (भाषा) कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव को अपने खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों को साबित करने की चुनौती दी और कहा कि अगर वे ऐसा कर देते हैं तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

पटवारी के खिलाफ जातीय वैमनस्यता फैलाने के आरोप में अशोकनगर जिले में पिछले दिनों प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि एक युवक की शिकायत पर जिले के मुंगावली थाने में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।

प्राथमिकी दर्ज कराने वाला युवक ने कुछ दिन पहले अपने भाई के साथ पटवारी से मुलाकात कर उसे कथित तौर पर मानव मल खिलाए जाने के संबंध में उनसे मदद मांगी थी।

पटवारी ने इस मामले का उल्लेख करते हुए कहा जब भी उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होती है तो वह इसे ‘मेडल’ समझते हैं।

उन्होंने कहा, “युवक जितनी देर रहा (सामने), उतनी ही देर उससे बात हुई। और सब कुछ सार्वजनिक भी है। अगर एक भी सबूत है तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि आरोपों में रत्तीभर भी सच्चाई है तो मुख्यमंत्री मोहन यादव को उसे सार्वजनिक करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आरोप साबित होने का अर्थ है कि वह इस पद के योग्य नहीं हैं और इस परिस्थिति में वह इस्तीफा देना चाहेंगे।

पटवारी ने कहा कि उनके पास युवक शिकायत लेकर पहुंचा था और इसे प्रशासन के संज्ञान में लाना उनका कर्तव्य था।

उन्होंने कहा, “हम तो सरकार की मदद कर रहे थे लेकिन सरकार ने मेरे खिलाफ ही प्राथमिकी दर्ज करा दी।”

कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार से अधिकारियों पर लगाम कसने का आग्रह किया और साथ ही प्रशासनिक नुमाइंदों को चेतावनी देते हुए कहा, “भाजपा की नौकरी करने वाले जिलाधिकारी-पुलिस अधीक्षकों को सबक सिखाया जाएगा।”

पुलिस ने दावा किया था कि मूड़रा बरवाह गांव के रहने वाले लोधी समाज के जिस युवक ने कथित तौर पर मल खिलाए जाने की बात कही थी, वास्तव में वह घटना झूठी थी।

पुलिस का आरोप है कि पटवारी ने बरगलाने का प्रयास किया और इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर समाज में वैमनस्यता फैलाने, जातीय समुदायों को आपस में लड़ाने और शांति भंग करने का प्रयास किया।

भाषा ब्रजेन्द्र जितेंद्र

जितेंद्र