IBC24 Janjatiya Pragya: भटक गए मध्यप्रदेश की सड़कों पर तो चिंता नहीं…’लोकपथ एप’ पहुंचाएगा आपको ठिकानें तक, मिलेंगी कई सुविधाएं, मंत्री राकेश सिंह ने IBC24 के मंच पर दी खास जानकारी

भटक गए मध्यप्रदेश की सड़कों पर तो चिंता नहीं... If you get lost on the roads of Madhya Pradesh, don't worry, 'Lokpath App' will take you to your destination

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  • Publish Date - December 2, 2025 / 05:17 PM IST,
    Updated On - December 4, 2025 / 02:34 PM IST

IBC24 Janjatiya Pragya. Image Source- IBC24

भोपालः IBC24 Janjatiya Pragya मध्यप्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर IBC24 द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम “जनजातीय प्रज्ञा” का आगाज़ आज दोपहर 2 बजे राजधानी भोपाल में हुआ। इस महत्वपूर्ण मंच पर राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं, अब तक की उपलब्धियों, और आगे की कार्ययोजना पर विस्तृत संवाद किया जा रहा है। जनजातीय प्रज्ञा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित प्रदेश की कई बड़ी हस्तियाँ शिरकत कर रही हैं। इस कार्यक्रम में IBC24 के मंच पर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह पहुंचे। उन्होंने मध्यप्रदेश के विकास को लेकर IBC24 के कई सवालों का जवाब दिया।

लोक निर्माण से लोक कल्याण टैगलाइन पर कितना हुआ काम?

IBC24 Janjatiya Pragya दो साल पहले दिए गए लोक निर्माण से लोक कल्याण टैगलाइन पर उन्होंने कहा किलोक निर्माण से लोक कल्याण का मतलब ही यही है कि लोक निर्माण विभाग जो भी कार्य कर रहा है वह लोकहित के कार्य हैं। लेकिन लोकहित के कार्य करते समय विभाग के इंजीनियर्स हो या विभाग के अधिकारी कर्मचारी हो, उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि उनके द्वारा किया जाने वाला प्रत्येक कार्य वो लोक कल्याण का कार्य है। जब यह भाव उनके भीतर रहेगा तो फिर वहां गुणवत्ता भी होगी, शुद्धता भी होगी और पवित्रता भी होगी। इसके साथ ही प्रत्येक इंजीनियर इस भूमिका में दिखना चाहिए कि उसने जो कार्य किया है, उस पर ना केवल वह खुद गौरव और गर्व महसूस करें बल्कि लोग भी यह मानें। तो स्वाभाविक है कि एक बहुत लंबे समय तक अपने तरीके से चलने वाले विभागों में जब आप परिवर्तन करते हैं तो उसमें समय लगता है। मुझे यह कहते हुए खुशी है कि मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में हम काफी सारे सकारात्मक परिवर्तनों में सफल रहे हैं और लोक निर्माण से लोक कल्याण की यह यात्रा भी निरंतर जारी है। प्रारंभिक रूप से तो लोक निर्माण से लोक कल्याण यह किसी बोर्ड पर लिखा जाए यह भी कठिन लगता था। लेकिन आज विभाग में जहां भी लोक निर्माण विभाग दिखाई देता है, वहां लोक निर्माण से लोक कल्याण भी हमको दिखाई देता है।

हमेशा एक्शन मोड में दिखते हैं राकेश सिंह! क्या है इसके पीछे का मैसेज?

सड़कों की गुणवत्ता और लापरवाही पर एक्शन को लेकर मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि जब आप किसी भी विभाग के मुखिया के रूप में कार्य करते हैं तो स्वयं को इस योग्य बनाना होता है कि लोग भी उसका अनुसरण करे। हमने बहुत सारे कदम उठाए। सबसे पहले सड़कों को लेकर हमने लोकपथ ऐप बनाया। लोकपथ ऐप ऐसा ऐप है, जिसे कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकता है। अगर आपको कहीं पर सड़क में गड्ढा दिखता है तो लोकपथ ऐप से आप उसकी फोटो खींचिए। वह जिओ टैग्ड फोटो होगा। इसीलिए सीधे उस क्षेत्र के इंजीनियर के पास जाएगा और उस इंजीनियर की जिम्मेदारी है। 4 दिन के अंदर समस्या का समाधान होगा। पहले क्या होता था कि उसकी शिकायतें हो रही हैं। फिर कब इंजीनियर तक पहुंच रहा है? इसकी कोई जानकारी नहीं हो पाती थी। लोकपथ एप में भी पहले 7 दिन का वक्त था, जिसे अब घटाकार 4 दिन कर दिया गया है। 4 दिन के अंदर इंजीनियर को वापस से फोटो उसमें अपलोड करना होगी ताकि शिकायत्तकर्ता को भी पता चल सके और बाकी लोगों को भी पता चल सके कि वह गड्ढा भर दिया गया है। इससे लोगों को आसानी हो रही है। शिकायत करने कहीं जाना नहीं पड़ रहा। मुझे खुशी है कहते हुए कि लोकपथ ऐप के बनने में 5 महीने ही हुए थे और कौन बनेगा करोड़पति में अमिताभ बच्चन जी ने लोकपथ ऐप पर सवाल पूछा था जो यह दिखाता है कि लोकपथ ऐप ने मध्य प्रदेश की सीमाओं को पार करके और देश भर में लोगों के भीतर एक विश्वास अर्जित किया है। अब हम उसमें और भी विस्तार करने जा रहे हैं। आने वाले समय में मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाला कोई भी व्यक्ति उस ऐप को अगर डाउनलोड कर लेगा तो उसकी पूरी यात्रा सुगम और आसान होगी। बहुत सारी सुविधाएं उसमें हम जोड़ने जा रहे हैं और जल्दी ही माननीय मुख्यमंत्री जी से उसका फिर से हम एक तरह से रीॉन्चिंग कराएंगे। पुनः उसका लोकार्पण कराएंगे। उन सुविधाओं के साथ जो ना केवल मध्य प्रदेश आने वाले यात्रियों का मार्ग आसान करेगी, बल्कि उन्हें ब्लैक स्पॉट से लेकर बहुत सारे स्थानों की जानकारियां भी देगी। यानी ऑन रोड असिस्टेंस भी अब मिल सकेगा। उसके साथ-साथ हमने अब कोशिश की है कि विभाग में ज्यादातर चीजें सिंगल क्लिक पर हो। हमने रोड एसेट मैनेजमेंट सिस्टम यानी रैंप्स तैयार करा रहे हैं। रोड एसेट मैनेजमेंट सिस्टम हर रोड की बनने से लेकर उस रोड की रफनेस से लेकर और कब उसके पुनर्निर्माण की आवश्यकता होगी, वो सब कुछ एक ही स्थान पर होगा। किसी भी ब्रिज के बारे में वो ब्रिज कब बना? कब कब उसका मेंटेनेंस हुआ और कब उस पर ज्यादा काम करने की आवश्यकता है, वह भी उसके माध्यम से हमको मिलेगा। तो पूरे प्रदेश में एक ही स्थान पर बैठकर इन सारी चीजों को देखा जा सकेगा। इसके साथ-साथ में हम आईपीएमएस यानी इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सिस्टमलेकर आ रहे हैं। किसी भी प्रोजेक्ट के प्रारंभ होने से निविदा की प्रक्रिया प्रारंभ होने से लेकर उसकी पूर्णता तक सब कुछ ऑनलाइन होगा और अगर किसी को समय वृद्धि चाहिए है तो वह भी उसी के माध्यम से मिलेगी। उसका पेमेंट भी उसके माध्यम से होगा। उसमें होने वाला विलंब या समय के पूर्व होने वाला कार्य वह सब भी उसमें साफ-साफ दिखाई देगा। एक तरह से हम कहेंगे कि पारदर्शिता के साथ विभाग के काम आसान होंगे।

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