IBC24 Janjatiya Pragya: आदिवासी इलाकों में आने वाले समय होंगे कई काम! सीएम मोहन यादव ने IBC24 के मंच बताई पूरी प्लानिंग

मध्यप्रदेश सरकार ने अपने दो वर्ष पूरे होने पर आदिवासी कल्याण और विकास योजनाओं को उजागर किया। “जनजातीय प्रज्ञा” कार्यक्रम के तहत मकान निर्माण, रोजगार के अवसर और किसानों के लिए कोदो-कुटकी बोनस जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई।

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  • Publish Date - December 2, 2025 / 09:13 PM IST,
    Updated On - December 4, 2025 / 02:35 PM IST

IBC24 Janjatiya Pragya/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • आदिवासी इलाकों में प्रधानमंत्री जनमान योजना के तहत मकान निर्माण की सुविधा।
  • मंडला, बालाघाट और ढिंडोरी जिलों में 850 सरकारी नौकरियों के लिए विशेष भर्ती।
  • आदिवासी किसानों के लिए कोदो-कुटकी पर बोनस और उद्योग-रोजगार में सब्सिडी।

भोपाल: IBC24 Janjatiya Pragya मध्यप्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर IBC24 द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम “जनजातीय प्रज्ञा” का आगाज़ हो चुका है। इस महत्वपूर्ण मंच पर राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं, अब तक की उपलब्धियों, और आगे की कार्ययोजना पर विस्तृत संवाद किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में संगठन के शिल्पी सेगमेंट अंतर्गत मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव शामिल हुए। उन्होंने सरकार के कामों को लेकर IBC24 की ओर से किए गए सवालों का जवाब दिया।

आदिवासी इलाकों में आने वाले समय होंगे कई काम!

हमारे लिए यह मैंने फिर कहा कि इतना पवित्र जीवन इतनी उदात भाव उतनी सरलता सच्चे अर्थों में हमने देवता नहीं देखे हैं। लेकिन ट्राइबल के बेल्ट में चले जाएं तो घर-घर देवलोक दिखाई देता है। इतना आनंद आता है। इसका एहसास हमको ट्राइबल के अंदर जिसके घर आंगन में दरवाजे पे ताले का ठिकाना नहीं है। किसी के घर के अंदर जैसे आप जाओगे तो आनंद की वर्षा हो जाती है। कोई धन संग्रह की ज्यादा भावना नहीं। प्रकृति के साथ मस्ती के आनंद के साथ जीते हुए। ऋतुओं के साथ मन का भाव बदलता है। बसंत छाता है तो आपको बाद में मालूम पड़ता है। खिलते पलाश के फूल से महक आ जाती है। जंगल के साथ मानव जीवन में हर एक मौसम का जो आनंद है वो तो सच्चे अर्थों में प्रकृति के साथ जुड़ने वाले हमारे अपने जनजाति भाई बहनों का आता है। इसलिए हमने वह सारी चीजें भी करने का प्रयास किया। माननीय प्रधानमंत्री जी के मन में यह अत्यंत भावना है कि हमारे सीधे साधे सरल लेकिन मन के निर्मल भाई बहनों के लिए ठोस और काम करें। तो पीएम जनमान योजना के बलबूते पर उनके अपने के मकान बनाना। फिर हमने तो अपनी अभी वर्तमान में मंडला, बालाघाट, ढिंडोरी तीनों जिलों के अंदर विशेष छूट देकर के वहीं की हमारे भाई बहनों को नौकरियों में भी पुलिस के अंदर भर्ती करने के लिए 850 पदों की वैकेंसी निकाली है।

सभी प्रकार के उद्योग से रोजगार से जोड़ते हुए ट्राइबल के बिल्ट में उसकी अलग से हमने सब्सिडी दी है। हमने अभी पहली बार एमएसपी पे कोदो कुटकी खरीदने के लिए उसका दोनों का रेट भी दिया वो प्रति क्विंटल 1000 का बोनस अलग से दे रहे हैं। ताकि हमारे अपने जो वंचल है आदिवासी अंचल है वो कोदो कुटकी से अच्छा श्री अन्न कौन सा हो सकता है? माननीय मोदी जी ने भी उसका नाम बदल के पहले मोटा अनाज मोटा अनाज कहते थे।

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जनजातीय प्रज्ञा कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?

यह कार्यक्रम आदिवासी इलाकों में सरकारी योजनाओं, उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को आम जनता तक पहुँचाने के लिए आयोजित किया गया है।

आदिवासी इलाकों में किन योजनाओं का लाभ मिलेगा?

प्रधानमंत्री जनमान योजना के तहत मकान निर्माण, सरकारी नौकरियों में भर्ती और कोदो-कुटकी पर बोनस जैसी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

किन जिलों में विशेष रोजगार और सब्सिडी प्रदान की गई है?

मंडला, बालाघाट और ढिंडोरी जिलों में रोजगार के लिए 850 पदों की भर्ती और उद्योग-रोजगार के लिए सब्सिडी दी गई है।