Fighting in Mhow Upjail : इस उपजेल का काला सच आया सामने… डिप्टी जेलर कैदियों के साथ कर रहा था ये कांड, पकड़े जाने पर हुआ सस्पेंड

उपजेल का काला सच आया सामने..डिप्टी जेलर कैदियों के साथ...Fighting in Mhow Upjail: The dark truth of Upjail came to light..Deputy Jailer

  • Reported By: Anshul Mukati

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  • Publish Date - February 14, 2025 / 02:35 PM IST,
    Updated On - February 14, 2025 / 02:42 PM IST

Fighting in Mhow Upjail: Image Source | IBC24

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इंदौर : Fighting in Mhow Upjail :  इंदौर के महू उपजेल में कैदियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है। इस घटना के सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद जेल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद डिप्टी जेलर मनोज चौरसिया को निलंबित कर दिया गया है।

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कैदियों से अवैध वसूली को लेकर हुई थी मारपीट?

Fighting in Mhow Upjail :  मिली जानकारी के अनुसार, डिप्टी जेलर मनोज चौरसिया पर आरोप है कि वे कैदियों से अवैध वसूली कर रहे थे। जब कुछ कैदियों ने इसका विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई। कैदियों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ, जिसमें जेलर द्वारा कैदियों से दुर्व्यवहार साफ नजर आ रहा है। फुटेज सामने आने के बाद प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया।

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अब अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी होगी जांच

Fighting in Mhow Upjail :  इंदौर केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर डिप्टी जेलर मनोज चौरसिया को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना भले ही पुरानी हो, लेकिन दुर्व्यवहार के सबूत मिलने के कारण कार्रवाई की गई। अब यह जांच की जाएगी कि इस घटना में और कौन-कौन शामिल था और किस स्तर पर लापरवाही हुई।

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कैदियों के अधिकारों पर उठे सवाल

Fighting in Mhow Upjail :  इस घटना के बाद कैदियों के मानवाधिकारों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जेल प्रशासन की यह जिम्मेदारी होती है कि कैदियों को कानूनी रूप से निर्धारित अधिकार दिए जाएं और उनके साथ किसी भी प्रकार की अमानवीय हरकत न की जाए। इस मामले के बाद जेल प्रशासन ने सभी जेल अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी कैदी के साथ अमानवीय व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। अगर भविष्य में ऐसी कोई घटना होती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

महू उपजेल में "कैदियों से दुर्व्यवहार" का मामला क्या है?

महू उपजेल में डिप्टी जेलर द्वारा कैदियों के साथ मारपीट और अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है।

"डिप्टी जेलर" के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?

प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद डिप्टी जेलर मनोज चौरसिया को सस्पेंड कर दिया गया है।

क्या "कैदियों के अधिकार" की सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाए गए हैं?

जी हां, जेल प्रशासन ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी कैदी के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

क्या यह घटना "पुरानी" थी?

जेल प्रशासन का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज पहले के हैं, लेकिन कैदियों के साथ दुर्व्यवहार की पुष्टि हुई है, इसलिए जांच शुरू की गई है।

क्या "जांच" में अन्य अधिकारियों की भूमिका भी देखी जाएगी?

हां, यह भी जांच की जा रही है कि इस घटना में और कौन-कौन शामिल था और कहां लापरवाही हुई।