Indore News: गरबा महोत्सव से पहले गरमाया माहौल, मुस्लिम संचालक को मिला ठेका, फिर बीजेपी विधायक ने दिए हटाने का आदेश

Indore News: गरबा महोत्सव से पहले गरमाया माहौल, मुस्लिम संचालक को मिला ठेका, फिर बीजेपी विधायक ने दिए हटाने का आदेश

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  • Publish Date - September 25, 2025 / 12:51 PM IST,
    Updated On - September 25, 2025 / 01:13 PM IST

Indore News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • इंदौर में कनकेश्वरी गरबा महोत्सव विवादों में घिरा,
  • मुस्लिम संचालक को हटाने का आदेश,
  • सियासत गरबा स्थल तक पहुँची,

इंदौर: Indore News:  मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित कनकेश्वरी गरबा महोत्सव शुरू होने से पहले ही विवादों की भेंट चढ़ गया है। गरबा आयोजन स्थल पर लगे मेले का ठेका एक मुस्लिम संचालक फिरोज़ खान को दिए जाने पर धार्मिक और राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। विवाद इतना बढ़ा कि सत्तारूढ़ भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के हस्तक्षेप के बाद तत्काल मेला संचालक को स्थल खाली करने के आदेश दे दिए गए।

गरबा महोत्सव के आयोजन से पहले ही कन्याओं से 100, 500, 1000 रुपए तक वसूली की खबरें सामने आई थीं। इस पर विवाद थमा भी नहीं था कि गरबा स्थल पर लगे मेले में झूलों का ठेका फिरोज़ खान नामक मुस्लिम व्यक्ति को दिए जाने की जानकारी सामने आई जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्टर वायरल हुआ और विरोध की लहर दौड़ गई। विवाद के बढ़ते ही भाजपा के विधायक रमेश मेंदोला ने सख्ती दिखाते हुए फिरोज़ खान और अन्य मुस्लिम दुकानदारों को गरबा स्थल से तत्काल हटाने का आदेश दिया। इसके बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और जीतू यादव जैसे स्थानीय नेता आधार कार्ड देखकर दुकानों को हटवाने लगे।

Indore News:  इस मामले पर कांग्रेस पार्षद राजू भदौरिया ने भी सत्ताधारी दल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि सनातन धर्म के रक्षक गरबे में हिन्दू बहन-बेटी की रक्षा पर बड़ी-बड़ी बयानबाजी करने वाले भाजपाई और दो नम्बर के विधायक अपने ही गरबे में मेले का ठेका ‘फिरोज खान’ को दे रहे हैं। भदौरिया ने यह भी दावा किया कि मेले में काम करने वाले कर्मचारी भी मुस्लिम होंगे, ऐसे में उन्होंने पूछा क्या इनसे हिन्दू कन्याओं को अब कोई खतरा नहीं है। हिन्दू संगठनों की चुप्पी यह दर्शाती है कि यह मुद्दा सिर्फ राजनीतिक लाभ और एजेंडा चलाने तक सीमित है।

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"फिरोज़ खान को गरबा मेला" का ठेका कैसे मिला?

स्थानीय निकाय द्वारा मेला संचालन का ठेका सामान्य प्रक्रिया से दिया गया था, लेकिन बाद में धार्मिक विवाद उठने पर ठेका रद्द कर दिया गया।

"क्या मुस्लिम दुकानदारों को आयोजन स्थल" से हटाया गया?

हाँ, भाजपा विधायक के आदेश पर प्रशासन ने आधार कार्ड जांचकर मुस्लिम दुकानदारों को हटाया।

"क्या यह मुद्दा राजनीतिक रूप" ले चुका है?

जी हां, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच तीखी बयानबाज़ी हो रही है, जिससे यह विवाद राजनीतिक रंग ले चुका है।

"क्या गरबा आयोजन में धार्मिक आधार" पर भेदभाव उचित है?

यह एक संवेदनशील मुद्दा है जिस पर सामाजिक, संवैधानिक और कानूनी दृष्टिकोण से गहन चर्चा की आवश्यकता है।

"क्या फिरोज़ खान को पहले से ऐसे आयोजनों" का अनुभव था?

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिरोज़ खान मेला संचालन में पहले भी सक्रिय रहे हैं, परंतु इस आयोजन में विरोध के चलते उन्हें हटाया गया।