Face to Face Madhya Pradesh: ‘गौमाता’ का ध्यान..लक्ष्य पर संधान! क्या कृष्ण भक्ति और गौ सेवा के जरिए सीएम मोहन एमपी की राजनीति को नया मोड़ दे रहे हैं?

Face to Face Madhya Pradesh: 'गौमाता' का ध्यान..लक्ष्य पर संधान! क्या कृष्ण भक्ति और गौ सेवा के जरिए सीएम मोहन एमपी की राजनीति को नया मोड़ दे रहे हैं?

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  • Publish Date - April 8, 2025 / 11:08 PM IST,
    Updated On - April 8, 2025 / 11:08 PM IST

Face to Face Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • गौशालाओं को प्रति गाय 40 रुपये मिलेंगे।
  • मुख्यमंत्री पशुपालन योजना अब डॉ. अंबेडकर के नाम से रीलॉन्च होगी।
  • गौवंश विहार का निर्माण PPP मॉडल पर किया जाएगा।

भोपाल: कृष्ण से भक्ति और गौ की सेवा मोहन सरकार के ये दो लक्ष्य उनकी नीतियों और फैसलों में साफ दिख रहे हैं। आज कैबिनेट के फैसलों के जरिए एक बार फिर सरकार ने अपने इरादों का परिचय दिया । सीएम मोहन ने अपनी गौ केंद्रित राजनीति में अंबेडकर को भी शामिल कर लिया है। यानी गाय, गौपालक, दलित सब एक साथ साधने की कोशिश हो रही है। कुछ सियासी जानकार ये सवाल भी कर रहे हैं कि क्या इस राजनीति का बिहार चुनाव से भी कोई कनेक्शन है?

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यानी आज की कैबिनेट बैठक गौ माताओं को समर्पित रही। गौशालाओं को प्रति गाय अब 20 की जगह 40 रुपये मिलेगा, मुख्यमंत्री पशुपालन योजना अब डॉ अंबेडकर के नाम से रीलॉन्च होगी, निराश्रित गौवंशों के लिए PPP मॉडल पर गौवंश विहार खोले जाएंगे

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मंत्री लखन पटेल ने इस बात को भी माना कि प्रदेश निराश्रित गौवंशों से परेशान था और ये सबसे बड़ा मुद्दा भी था लेकिन कैबिनेट की बैठक में जो निर्णय हुआ। उससे इस समस्या से निजात मिलेगी। कैबिनेट की बैठक में जैसे ही निर्णय आया बीजेपी अपनी पीठ थपथपाते हुए कह रही है हम जो कहते हैं वो करते है जबकि कांग्रेस ने कहा कि ये ऊंट के मुंह में जीरे की तरह है।

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एमपी में गाय हमेशा सियासत के केंद्र में रही है। जाहिर है इस मुद्दे पर सियासत तो होगी ही, लेकिन अहम बात तो ये है कि मोहन सरकार ने गौवंशों और निराश्रित गौवंशों के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है। जिसे सही से धरातल पर उतारा जाए तो ये काफी कारगर होगा।

गौशालाओं को प्रति गाय कितने रुपये मिलेंगे?

अब गौशालाओं को प्रति गाय 40 रुपये मिलेंगे, जो पहले 20 रुपये थे।

मुख्यमंत्री पशुपालन योजना का नाम किसके नाम से रखा जाएगा?

मुख्यमंत्री पशुपालन योजना को अब डॉ. अंबेडकर के नाम से रीलॉन्च किया जाएगा।

निराश्रित गौवंशों के लिए क्या व्यवस्था की गई है?

निराश्रित गौवंशों के लिए PPP मॉडल पर गौवंश विहार खोले जाएंगे, जिससे उनकी देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।