Jabalpur News: राजपूत महिलाओं का ऐतिहासिक तलवार रास में गर्जना, नारी शक्ति का दिखा अद्भुत रूप, बेटियों को दिया नया हौसला

Jabalpur News: राजपूत महिलाओं का ऐतिहासिक तलवार रास में गर्जना, नारी शक्ति का दिखा अद्भुत रूप, बेटियों को दिया नया हौसला

  • Reported By: Dharam Goutam

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  • Publish Date - October 7, 2025 / 08:30 PM IST,
    Updated On - October 7, 2025 / 08:43 PM IST

Jabalpur News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • जबलपुर में तलवारों संग नाचीं क्षत्राणी,
  • राजपुताना महिलाओं का शौर्य से भरा रास,
  • नारी शक्ति का दिखा अद्भुत रूप,

जबलपुर: Jabalpur News:  जबलपुर में राजपुताना महिलाओं द्वारा तलवार रास का आयोजन किया गया जिसमें क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने हाथों में तलवार लेकर पारंपरिक रास नृत्य किया। सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुई क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने शस्त्र पूजन करते हुए पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में यह रास प्रस्तुत किया।

राजपूत महिलाओं द्वारा यह आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में क्षत्रिय महिलाओं के योगदान को रेखांकित करना, नई पीढ़ी को अपना गौरवशाली इतिहास याद दिलाना और उन्हें नारी शक्ति की पहचान कराना है। साथ ही यह भी संदेश देना है कि समाज की बेटियाँ सशक्त बनें और आत्मरक्षा में सक्षम हों।

Jabalpur News:  राजपुताना ग्रुप की महिलाओं का कहना है कि तलवारबाज़ी क्षत्रिय स्त्रियों का श्रृंगार रही है यह न केवल स्वयं की रक्षा के लिए बल्कि समाज और धर्म की रक्षा हेतु भी उपयोग की जाती रही है। इस परंपरा को जीवित रखने का मकसद है कि आने वाली पीढ़ी नारी शक्ति को पहचाने और खुद भी सशक्त बने।

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"तलवार रास" कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?

"तलवार रास" का उद्देश्य क्षत्रिय समाज की महिलाओं के ऐतिहासिक योगदान को उजागर करना, नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी को आत्मरक्षा के प्रति जागरूक करना है।

जबलपुर में "राजपुताना महिलाओं" द्वारा तलवार रास कब और क्यों आयोजित किया जाता है?

यह कार्यक्रम हर वर्ष पारंपरिक रूप से आयोजित किया जाता है, ताकि क्षत्रिय समाज की सांस्कृतिक विरासत और महिलाओं की ताकत को सम्मान दिया जा सके।

क्या "तलवार रास" केवल क्षत्रिय महिलाओं तक सीमित है?

मुख्यतः यह आयोजन क्षत्रिय समाज की महिलाओं द्वारा किया जाता है, लेकिन इसका संदेश समाज की सभी महिलाओं के लिए है — कि वे सशक्त और आत्मनिर्भर बनें।

"जबलपुर तलवार रास" में क्या गतिविधियाँ होती हैं?

इस आयोजन में शस्त्र पूजन, पारंपरिक वेशभूषा में तलवार के साथ रास नृत्य, और नारी शक्ति से जुड़े प्रेरणादायक संदेश शामिल होते हैं।

क्या यह "परंपरा" आज की पीढ़ी में लोकप्रिय हो रही है?

हाँ, तलवार रास जैसी परंपराएं नई पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत से जोड़ने और आत्मविश्वास बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।