After the BJP booth president now the tiger has made it a victim
After the BJP booth president now the tiger has made it a victim: खरगोन। जिले के झिरन्या थाना क्षेत्र के अंबाडोचर, गवला के बाद बाघ अब भावसिंगपूरा के रहवासी इलाके तक पहुंच गया है। बीते तीन दिनों से खेतों और जंगलों में भूख और प्यास के मारे तड़प रहे बाघ ने बीती रात को भावसिंगपुरा में फूलचंद नाम के किसान के बाड़े में बंधी गाय के बछड़े का शिकार कर लिया। जिससे अब ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल है। इसके दो दिन पूर्व भी बाघ के हमले में गवला के किसान और बीजेपी के बूथ अध्यक्ष संतोष भास्करे पर खेत में बुरी तरह से हमला कर दिया था। जिसकी इंदौर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी।
बीजेपी बूथ अध्यक्ष की मौत के बाद सीएम शिवराजसिंह चौहान ने भी ट्वीट कर अपनी और से गहरा दुःख व्यक्त किया था। युवक की मौत के बाद वन अधिनियम के तहत मृतक के पीड़ित परिवार को आठ लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। वही भावसींगपूरा में गाय के बछड़े के शिकार के बाद वन विभाग की टीम फिलहाल मौके पर ही मौजूद है, लेकिन अभी तक प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल से बाघ के रेस्क्यू की अनुमति नहीं मिल पाई है। हालांकि भावसिंगपूरा में वन विभाग को बाघ के पग मार्क भी मिले है। जिसके बाद इंदौर से पहुंची रालामंडल की टीम सहित स्थानीय वन विभाग की टीम बाघ पर निगरानी रखे हुए है। उल्लेखनीय है कि तीन दिन से बाघ झिरन्या से सटे महाराष्ट्र स्थित यावल सेंचुरी से भूख और प्यास के मारे भटककर खरगोन जिले के झिरन्या थाना क्षेत्र की सीमा में प्रवेश किया था। जिसके बाद से ही वन विभाग के अधिकारी बाघ की खोज कर रहे है।
दो दिनों से दिख रही बाघ की मूवमेंट
इस घटना को लेकर खरगोन वनमंडल के डीएफओ प्रशांत सिंह का कहना है कि बीते दो दिनों से बाघ की मूवमेंट गवला और भावसींगपुरा में देखी गई है। कल रात भावसींगपूरा में बाघ ने एक बछड़े का भी शिकार किया है। हमारी टीम उसकी निगरानी कर रहे है और गांव के आसपास रहने वाले लोगो को सतर्क भी किया जा रहा है। कल संतोष नाम के एक किसान की भी टाइगर के हमले में मौत हो गई थी। जिसके बाद वन विभाग के प्रावधान के मुताबिक मृतक के पीड़ित परिवार को आठ लाख रुपए की आर्थिक राशि दी जा रही है।
बाघ के रेस्क्यू का कोई प्लान नहीं
बाघ के रेस्क्यू का कोई प्लान नहीं है यह सबसे आखिरी विकल्प होगा। बाघ जिस इलाके से आया है संभवतः उसी इलाके में चला जायेगा। यह बाघ महाराष्ट्र के यावल सेंचुरी से आया होगा क्योंकि यह इलाका खरगोन जिले की सीमा से लगा हुआ है। वही भावसींगपूरा के ग्रामीण रामेश्वर का कहना है की टाइगर बीते तीन दिनों से इलाके में दहशत बनाए हुए है। बीती रात को बाघ ने गांव में घुसकर एक किसान की गाय के बछड़े का शिकार किया है। जिससे पूरे इलाके में भय व्याप्त है। वन विभाग की टीम भी मौके पर ही मौजूद है।