बेतुल। Army jawan beaten in a moving train : मध्यप्रदेश के बेतुल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सेना के जवान को स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में पैंट्री कार के कर्मचारियों ने चलती ट्रेन में बेरहमी से पीटा। घायल सैनिक को उपचार के लिए जिला अस्पताल कराया भर्ती। दिल्ली से विशाखापट्टनम 12804 स्वर्णजयंती एक्सप्रेस से यात्रा कर रहा था सैनिक एंकर। हजरत निजामुद्दीन से चलने वाली 12804 स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के शयनयान S4 कोच से विशाखापट्टनम जा रहें नेवल डाकयार्ड की DSC प्लाटून में पदस्थ सेना के जवान विलास नायक के साथ ट्रेन में पैंट्रीकार के मैनेजर और कर्मचारियों द्वारा बेरहमी से पीटा। घटना इटारसी और बैतूल के बीच की बताई जा रही है ट्रेन में मारपीट की घटना का पता चलते ही जीआरपी पुलिस द्वारा घायल जवान को बैतूल स्टेशन पर उतरवाकर मेडिकल व उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहां डाक्टर ने उपचार के लिए जवान को अस्पताल में भर्ती करवा दिया है।
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जवान ने बतलाया की वह मूलतः महाराष्ट्र के डोनीवाड़ी कोल्हापुर का रहने वाला है और वर्तमान में वो विशाखापट्टनम के नेवल डाकयार्ड की DSC प्लाटून में सिपाही के पद पर पदस्थ है वो हरिद्वार रामदेव बाबा के आश्रम उपचार के लिए गया था वहां से वह वापस लौट रहा था। निजामुद्दीन स्टेशन से वो 12804 स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के शयनयान S4 कोच में यात्रा कर रहा था। घटना को लेकर जवान का कहना है जिस कोच में वो था उस कोच में कुछ मुस्लिम भाई भी यात्रा कर रहे थे जो सुबह दोपहर और शाम के समय रास्ता रोककर नमाज पढ़ रहे थे। मैंने बाथरूम जाने के लिए जब उनसे रास्ता मांगा तो नमाजियों ने रास्ता नहीं दिया दो बार इस तरह का घटना क्रम हुआ तीसरी बार शाम के समय भी उन्होंने बाथरूम में जाने नही दिया और रास्ता रोक कर रखा। मैने उनसे कहा की ये सब गलत है अगर आप लोग रास्ता रोककर नमाज पढ़ेंगे तो मैं भी मंत्रों का जाप करूंगा। इतना कहकर मैं रास्ते में बैठ कर मंत्र का जाप करने लगा तभी पेंट्री कार के कर्मचारी ने मुझे रास्ते से हटने के लिए कहा। तो मैंने उनसे कहा की जब मुस्लिम भाई रास्ता रोककर नमाज पढ़ रहे थे तब आपने उन्हें नही हटाया और मुझे हटा रहे हो उसने मुझसे कुछ देर बहस की और उसके बाद अपने सीनियर और कुछ साथियों को साथ लाकर विवाद करते हुए तीन लोगो ने मेरे साथ जमकर मारपीट की इस घटना को बोगी में बैठे सभी लोग देखते रहे, लेकिन किसी ने भी बीच बचाव नहीं किया।
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मामले की जानकारी जैसे ही पूर्व सैनिक संगठन को मिली पूर्व सैनिक संघ के सदस्यो ने जिला अस्पताल पहुंचकर सैनिक से मुलाकात की ओर रेलवे स्टेशन से उनके पत्नी एवम बच्चे को सैनिक कल्याण ऑफिस के गेस्ट हाउस में सिफ्ट करवाया । फिलहाल इस मामले में ना तो जीआरपी पुलिस और नाही रेल प्रबंधन से घटना को अंजाम देने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही किए जाने या उन्हें गिरफ्तार किए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई है।