Kanha National Park is far away from water crisis
मंडला। जहां भीषण गर्मी के चलते पूरे प्रदेश में पानी के लिए हाय तौबा हैं और पानी की त्राहि – त्राहि मची है। ऐसे में दुनिया में प्रसिद्द जिले का राष्ट्रीय उद्यान कान्हा फिलहाल जल संकट से काफी हद तक दूर है । यहां की शान टाइगर, बारासिंघा जैसे दुर्लभ प्राणी सहित सैकड़ों प्रजाति के वन्य जीवों के लिए पार्क में पानी की उपलब्धता है।
राष्ट्रीय उद्यान के ज्यादातर जल स्रोतों में अभी पानी है। बावजूद इसके पार्क प्रबंधन ने जलसंकट से निपटने जो इंतजामात कर रखे हैं । पार्क के 1150 स्क्वेयर किलोमीटर के विशाल छेत्र के खटिया, मुक्की और किसली रेंज में सैकड़ों पानी के सांसर बनाये गए हैं, जो बारासिंघा, बाघ, हाथी, चीतल, साम्भर, गौर और सैकड़ों प्रजाति के वन्य जीवों की प्यास बुझा रहे हैं। पार्क के अलग अलग छेत्रों मैं बनाये गए इन सांसरों में पार्क के कर्मचारी नियमित पानी भरते हैं, जो वन्य जीवों की प्यास बुझा रहे हैं।
दूसरी तरफ प्रबंधन ने सौर ऊर्जा से चलित पानी के पंपों का अनेक जगह प्रयोग किया है, जो सुबह से शाम तक पार्क के तालाबों में पानी भरते रहते है । तीनों जोनों में तीन पानी के टैंकर और सैकड़ों कर्मचारी नियमित निगरानी करते हैं की कोई भी सांसर बिना पानी के न रहे। यही वजह है की कान्हा में भीषण गर्मी के बावजूद किसी वन्य जीव की प्यास से मौत नहीं हुई है। IBC24 चंद्रेश खरे की रिपोर्ट