बिशप का भ्रष्टाचार, एक्शन में सरकार, EWO की जांच में बिशप सिंह के कई कारनामों का खुलासा, मध्यप्रदेश में गरमाई सियासत

बिशप का भ्रष्टाचार, एक्शन में सरकार : Many exploits of Bishop Singh revealed in EWO investigation

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  • Publish Date - September 9, 2022 / 11:59 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

(रिपोर्टः विजेन्द्र पाण्डेय) जबलपुरः बीते दिन जबलपुर के एक बिशप अचानक तब सुर्खियों में आ गए जब उनके घर पर EOW का छापा पड़ा। कारर्वाई के दूसरे दिन मिशनरी और धर्म की आड़ में फर्जीवाड़ा कर अकूत संपत्ति जुटाने वाले जबलपुर डायोसिस के बिशप पीसी सिंह पर राज्य सरकार ने भी शिकंजा कस दिया है…खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज EOW के आला अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। हांलांकि कांग्रेस ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए लेकिन सीएम शिवराज ने EWO ईओडब्लू को जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश देते हुए दो टूक चेतावनी दे दी, कि मध्यप्रदेश में धर्म की आड़ में धर्मांतरण जैसी गैरकानूनी गतिविधियां नहीं चलने दी जाएंगी। इधर जब ईओडब्लू की जांच में बिशप पीसी सिंह की कई कारगुजारियां सामने आ रही हैं तो पूरे मामले पर सियासत भी गरमा गई है।

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बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले प्रेमचंद सिंह ने मिशनरी की आड़ में ऐसा खेल खेला कि आज वो बिशप पीसी सिंह के रुप में चार्टेड प्लेन से, दुनिया भर की यात्राएं करता है.. घर में 2 किलो सोना, विदेशी घड़ियां, लक्ज़री कारें, पौने दो करोड़ कैश और विदेशी मुद्रा के भण्डार रखने वाला बिशप पीसी सिंह किसी राजा जैसी ज़िंदगी जी रहा था। दस्तावेजों में हेरफेर, चर्च की जमीनों की अवैध बिक्री और ट्रस्ट की करोडों की राशि धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर करने के मामले में बिशप पीसी सिंह ईओडब्लू की जांच के घेरे में है। जांच में पता चला कि बिशप पीसी सिंह के खिलाफ दिल्ली में 3, यूपी में 42, रजस्थान में 24, झारखण्ड में 3, मध्यप्रदेश में 4, छत्तीसगढ़ में 3, महाराष्ट्र में 11, पंजाब में 6, पश्चिम बंगाल और हरियाणा में एक-एक सहित 99 FIR दर्ज हैं। लेकिन रसूख के दम पर कड़ी कार्यवाई नहीं हो पाई। बिशप पीसी सिंह के खिलाफ शिकायतें करके नाउम्मीद हो चले चर्च ऑफ इंडिया के पदाधिकारी अब मध्यप्रदेश में ईओडब्लू की जांच पर खुश हैं जो कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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इधर EOW जांच में पता चला कि बिशप पीसी सिंह ने साल 2004 से 2012 के बीच 2 करोड़ 70 लाख रुपए धार्मिक संस्थाओं को अवैध रुप से ट्रांसफर किए हैं। बीजेपी इसके पीछे धर्मांतरण की फण्डिंग का अंदेशा जता रही है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की तो कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा ने सरकारी मंशा पर सवाल उठा दिए।

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इधर, बिशप पर सियासी तपिश के बीच आज खुद मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभाला। सीएम ने पूरे मामले को लेकर ईओडब्लू के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। सीएम शिवराज ने ईओडब्लू को जांच का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए और दो टूक कह दिया कि मध्यप्रदेश में धर्म की आड़ में धर्मांतरण जैसी अवैध गतिविधियां नहीं चलने दी जाएंगी।

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मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब ना सिर्फ EIW मुख्यालय से बिशप पीसी सिंह के खिलाफ जांच की मॉनिटरिंग होगी बल्कि प्रदेश में उन तमाम संस्थाओं को जांच के दायरे में लिया जाएगा जो धर्म की आड़ में फर्जीवाड़े, जमीन घोटाले और कथित तौर पर धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को अंजाम दे रही हैं। जांच का निचोड़ देखने लायक होगा लेकिन इससे पहले सियासत की गर्माहट भी देखने लायक है।