Residents started protest even before the opening of English and Desi liquor shop on VIP road
Residents guarding here day and night due to fear: मुरैना। जिले के कोतवाली थाना इलाके के वीआईपी रोड पर अंग्रेजी और देसी शराब की दुकान खोलने से पहले ही रहवासियों ने विरोध शुरू कर दिया है। विरोध इतना बढ़ गया है कि महिलाएं और पुरुष रात दिन पहरेदारी करने में लगे हुए हैं। रहवासियों ने वीआईपी रोड पर बैठकर रामधुन की शुरुआत कर दी है।
रहवासियों का आरोप है कि वीआईपी रोड पर कई बड़े अधिकारियों के बंगले निर्माणाधीन और अनुसूचित जाति का बालिका छात्रावास और हॉस्टल भी है, जहां शराब की दुकान खोली जा रही है। पिछले 4 दिन से रहवासी विरोध कर रहे हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन की कान में जूं तक नहीं रेंगी है। महिला और पुरुषों की माने तो शराब ठेकेदार के गुर्गे हथियारों से लैस होकर आते हैं और वह लगातार उन्हें धमकी दे रहे हैं। रहेवासियों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के सामने भी शराब ठेकेदार और उनके गुर्गे बंदूकें ले लेकर आए और मोहल्ला वालों को धमकी देने में लग गए। हालांकि अभी तक रहवासियों ने ठेकेदारों की दुकान नहीं खुलने दी है और वह लगातार उसका विरोध कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने जब शराब नीति लेकर आई थी, तब महिलाओं और बच्चियों में काफी खुशी का माहौल बन गया। अब शराब जगह-जगह नहीं मिलेगी, लेकिन अब मोहल्लों में ठेके खुलने की बात आ रही है तो उससे मोहल्ले वालों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। रहवासियों की माने तो वे जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को लगातार इसकी सूचना भी दे रहे हैं, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने आकर उनका सहयोग नहीं किया है। इससे उन लोगों के आरोपों के शराब की दुकान खोलना आने में जनप्रतिनिधि भी शराब ठेकेदारों का सहयोग कर रहे हैं। रहवासियों का कहना है कि निर्माणाधीन भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय भी यहां बन रहा है, लेकिन भाजपा के नेता भी इसका विरोध नहीं कर रहे हैं। वह भी शराब की दुकान खुलने वाले ठेकेदारों के सपोर्ट में लगे हुए हैं।
रहवासियों का कहना है कि आज पुलिस अधीक्षक और मुरैना कलेक्टर से भी मुलाकात करेंगे अगर फिर भी दुकान नहीं खोली जाती है तो पूरे मोहल्ला को एकत्रित करके एक उग्र आंदोलन किया जाएगा। किसी भी कीमत पर अंग्रेजी और देसी शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी। कहीं ना कहीं लोगों में डर भी है कि शराब ठेकेदार के गुर्गे या ठेकेदार उन पर किसी तरह की घटना ना कर जाएं इसलिए वह लगातार पुलिस और प्रशासन से भी सहयोग की मांग करने लगे हुये हैं। IBC24 से सतेंद्र सिंह तोमर की रिपोर्ट