Reported By: Mridul Pandey
,सतनाः MP News: मध्यप्रदेश के सतना जिले के विक्रम पुरस्कार से सम्मानित और एवरेस्ट विजेता पर्वतारोही रत्नेश पाण्डेय ने एक बार फिर साहस, संकल्प और संयम का परिचय देते हुए लद्दाख की बर्फीली वादियों में महज तीन दिनों में चार ऊंची चोटियों को फतह कर लिया। हर शिखर पर तिरंगा लहराकर उन्होंने न केवल देश का गौरव बढ़ाया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने का संदेश भी दिया।
MP News : रत्नेश ने जिन चोटियों को फतह किया, उनमें ग्यामा कांगरी ईस्ट (6,108 मी.), कीगर री (6,100 मी.), यालुंग नोंग 1 (6,050 मी.) और यालुंग नोंग 2 (6,080 मी.) शामिल हैं। यह अभियान पूरी तरह आत्मनिर्भर “अल्पाइन स्टाइल” में पूरा किया गया, जिसमें कोई बाहरी सहायता नहीं ली गई। अभियान की कठिनाई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रास्ते में एक हिम तूफान ने उनका तंबू उड़ा दिया और भारी बारिश ने स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया। रत्नेश की टीम में अनुभवी पर्वतारोही स्टेंजिन लापु, दावा शेर्पा और अब्दुल कयूम शामिल थे। मौसम की मार के बावजूद जीपीएस के सहारे वे एक निचले गांव तक सुरक्षित पहुंचे और मौसम साफ होते ही फिर से चढ़ाई शुरू की।
रत्नेश ने इस अवसर पर कहा कि पर्वतारोहण न केवल शरीर को, बल्कि मन को भी स्वस्थ बनाता है। जब हम प्रकृति के बीच होते हैं, तो यह हमें स्वयं से जोड़ता है। आज की भागदौड़ भरी और डिजिटल दुनिया में मानसिक संतुलन के लिए ‘डिजिटल डिटॉक्स’ बेहद जरूरी है।” उल्लेखनीय है कि रत्नेश पाण्डेय माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले चुनिंदा पर्वतारोहियों में से एक हैं। वे एक प्रशिक्षित मास्टर इंस्ट्रक्टर और रेस्क्यू एक्सपर्ट भी हैं। उनके इस साहसिक अभियान की उपलब्धि से न सिर्फ सतना, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश को गर्व है।