सिंधिया Vs दिग्गी.. जंग का बिगुल, दिग्गी का वार.. BJP का पलटवार

सिंधिया Vs दिग्गी.. जंग का बिगुल, दिग्गी का वार.. BJP का पलटवार : Scindia Vs Diggi.. Jung's bugle, Diggi's war.. BJP's counterattack

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  • Publish Date - December 7, 2021 / 11:45 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

भोपालः मध्यप्रदेश की सियासत में राजा महाराजाओँ दबदबा और दखल दशकों से रहा है। राजपरिवारों से आने वाले दो दिग्गज ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विज सिंह के बीच इन दिनों तीखे जुबानी हमले जारी हैं। बहस छिड़ी है कौन कितना बड़ा गद्दार है। एक-दूसरे के गढ़ में पहुंचकर मंच से ललकारते हुए नेताओं का विवाद अब परिवारों के इतिहास पर टिप्पणी करने तक जा पहुंचा है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सिंधिया परिवार को गद्दार कहा तो सिंधिया के समर्थन में बीजेपी ने एक पुराने कथित पत्र का हवाला देकर दिग्विजय सिंह के पिता को अंग्रेजों का वफादार और देश गद्दार करार दिया। इस जंग में अब दोनों दल अपने-अपने नेता के बचाव में दलीलें दे रहे हैं।

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वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ दिए इस बयान के बाद पूरी भाजपा दिग्विजय सिंह पर जमकर पलटवार कर रही है। दरअसल, बीते कुछ दिनों से कांगेस सांसद दिग्विजय सिंह, सिंधिया के क्षेत्र ग्वालियर में सक्रिय रहे। जिसके बाद दिग्गी राजा के गढ़ राधोगढ में सेंध लगाने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे और नाम लिए बिना दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस को जमकर घेरा। दोनों के बीच जुबानी हमले पारिवारिक और निजी स्तर तक पहुंच चुके हैं। पहले दिग्विजय सिंह ने सिंधिया परिवार को गद्दार बताया तो पलटवार में बीजेपी ने दिग्विजय के पिता बलभद्र सिंह पर अंग्रेजों का भक्त होने का आरोप लगा दिया। भाजपा ने एक कथित पत्र का हवाला देते आरोप लगाया कि जब देश भक्त अंग्रेजों की गोलियां खाकर शहीद हो रहे थे, तब दिग्विजय सिंह के पिता अपने पूर्वजों की ओर से की गई अंग्रेजों की सेवाओं की दुहाई देकर अपने और अपने परिवार के लिए सुविधाओं की मांग कर रहे थे।

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बीजेपी का दावा है दिग्विजय सिंह के पिता बलभद्र सिंह ने ये पत्र 16 सितंबर 1939 को लिखा था। जिसमे उन्होंने अपने परिवार की अंग्रेजों के प्रति वफादारी और सेवा को अपना धर्म बताया था। बीजेपी के इस आरोप के बाद कांग्रेस पार्टी भी खुलकर दिग्विजय सिंह के समर्थन में मैदान में उतर आयी है। दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा के आरोपों पर जवाब दिया है।

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कुल मिलाकर कभी एक पार्टी में साथ रहे राजपरिवारों से ताल्लुक रखने वाले दो सियासी दिग्गजों के दल बदलने के बाद अब निजी वार-पलटवार का सिलसिला चल पड़ा है। जिसमें कांग्रेस और भाजपा दोनों को अपने-अपने नेताओँ के बचाव में सक्रिय तौर पर उतरना पड़ रहा है। सवाल ये कि ये नया सियासी घमासान किस घराने या दल को ज्यादा नुक्सान पहुंचाता है?