मुंबई, पांच दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य वर्षा गायकवाड़ ने शुक्रवार को इंडिगो की उड़ानों में पिछले तीन दिनों से जारी अव्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
उन्होंने मुंबई हवाईअड्डे का दौरा किया और प्रभावित यात्रियों से बातचीत की।
गायकवाड़ ने कहा कि इस स्थिति के कारण हजारों यात्री बुनियादी सुविधाओं के बिना वहां फंसे हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, “वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों को घंटों लंबी लाइनों में खड़ा रखा गया, जहां न कोई सूचना दी गयी, न मार्गदर्शन, न पीने का पानी और न ही भोजन उपलब्ध था। यह स्थिति नागरिक उड्डयन मंत्रालय की नाकामी का परिणाम है। यात्रियों को हुई परेशानी के बावजूद सरकार ने हस्तक्षेप नहीं किया।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ एयरलाइनों ने संकट का फायदा उठाते हुए उन टिकटों के लिए 50,000-60,000 रुपये तक वसूले, जिनकी सामान्य कीमत करीब पांच हजार रुपये होती है।
गायकवाड़ ने कहा, “यात्रियों को हुई परेशानी की भरपाई सरकार और एयरलाइन कैसे करेंगी? इस पूरे अव्यवस्था के लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में कोई एयरलाइन नागरिकों को यूं लाचार न छोड़े।”
भारत में हवाई यात्रा शुक्रवार को लगातार चौथे दिन अव्यवस्था से जूझती रही, क्योंकि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने करीब 500 उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे हजारों यात्री घंटों हवाईअड्डों पर फंसे रहे और उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं मिली।
यह संकट तब पैदा हुआ जब करीब दो-तिहाई घरेलू बाजार पर नियंत्रण रखने वाली इंडिगो नए पायलट उड़ान-समय नियमों के अनुसार पर्याप्त योजना बनाने में नाकाम रही।
इस बीच, इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर एल्बर्स ने शुक्रवार को कहा कि एयरलाइन को शनिवार को 1,000 से कम उड़ानें रद्द होने की उम्मीद है और स्थिति 10 से 15 दिसंबर के बीच सामान्य होने का अनुमान है।
भाषा
राखी नरेश
नरेश