महाराष्ट्र के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी मिली: गडकरी

महाराष्ट्र के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी मिली: गडकरी

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  • Publish Date - December 13, 2025 / 04:18 PM IST,
    Updated On - December 13, 2025 / 04:18 PM IST

नागपुर, 13 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में 2026 तक 1.50 लाख करोड़ रुपये की सड़क निर्माण को मंजूरी दे दी गई है।

गडकरी ने विधानभवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि इन कार्यों की शुरुआत अगले तीन महीनों में हो जाएगी। वर्तमान में विधानसभा का सत्र इसी परिसर में चल रहा है।

नागपुर के सांसद गडकरी विधान परिषद के शताब्दी समारोह में भाग लेने के लिए विधानभवन परिसर पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्राज्य अवसंरचना विकास निगम (एमएसआईडीसी) 16,318 करोड़ रुपये की लागत से एक नया पुणे-संभाजीनगर एक्सप्रेसवे बनाएगी और इसके लिए एक समझौता ज्ञापन पर कार्रवाई पूरी हो चुकी है।

नए एक्सप्रेसवे के बनने से पुणे से छत्रपति संभाजीनगर तक की यात्रा का समय घटकर दो घंटे हो जाएगा, जबकि छत्रपति संभाजीनगर से नागपुर तक के लिये केवल ढाई घंटे लगेगा।

गडकरी ने कहा कि 4,207 करोड़ रुपये की लागत से बन रही तलेगांव-चाकन-शिकरापुर एलिवेटेड रोड का ‘भूमिपूजन’ स्थानीय निकाय चुनाव के संपन्न होने के बाद किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हडपसर-यावत एलिवेटेड रोड के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्रक्रिया जारी है और चुनाव के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुणे क्षेत्र के लिए 50,000 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई है और इसका निर्माण अगले तीन महीनों में शुरू हो जाएगा।

गडकरी ने बताया कि मौजूदा पुणे–मुंबई एक्सप्रेसवे के समानांतर बनने वाला नया एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को घटाकर डेढ़ घंटे कर देगा। इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित निर्माण लागत 15,000 करोड़ रुपये है। इसी के साथ मुंबई–पुणे–बेंगलुरु की यात्रा का समय साढ़े पांच घंटे होगा।

महाराष्ट्र के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई है। इन परियोजनाओं पर 2026 में कार्य शुरू होगा। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं में से 50,000 करोड़ रुपये का काम सार्वजनिक परिवहन विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सौंपा गया है।

भाषा प्रचेता रंजन

रंजन