मुंबई, 11 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दक्षिण मुंबई में वर्ली और मरीन ड्राइव के बीच तटीय सड़क के पहले चरण का सोमवार को उद्घाटन किया तथा इसे ‘‘इंजीनियरिंग का चमत्कार’’ बताया।
एक अधिकारी ने पूर्व में बताया था कि पहले चरण में 10.5 किलोमीटर लंबा मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि वाहन चालक वर्ली सीफेस, हाजी अली मोड़ और अमरसन्स मोड़ से तटीय सड़क पर प्रवेश कर सकते हैं और मरीन लाइन्स में बाहर निकल सकते हैं।
सोमवार को इस तटीय सड़क के दक्षिण की ओर जाने वाले मार्ग के उद्घाटन के मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शिंदे और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) की इलेक्ट्रिक बसों और एक विंटेज कार रैली को हरी झंड़ी दिखायी। इन बसों में केवल महिलाएं सवार थीं।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर 13 अक्टूबर 2018 को काम शुरू हुआ था और परियोजना की अनुमानित लागत 12,721 करोड़ रुपये है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने पिछले सप्ताह कहा था कि 320 एकड़ से अधिक क्षेत्र में एक विश्व स्तरीय केंद्रीय उद्यान भी बनाया जाएगा।
इस सड़क का नाम ‘धर्मवीर संभाजी महाराज तटीय सड़क’ रखा गया है।
उन्होंने कहा कि तटीय सड़क का निर्माण आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर किया जा रहा है और इसे ‘‘इंजीनियरिंग का चमत्कार’’ कहा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस सड़क पर लोगों की सुरक्षा के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के तहत निर्मित सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए मई में खुलेगा।
शिंदे ने कहा कि तटीय सड़क को बांद्रा-वर्ली सी लिंग से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दहीसर तक बनायी जा रही 53 किलोमीटर लंबी यह तटीय सड़क प्रदूषण को कम करने के अलावा ईंधन और समय बचाने में लोगों की मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि इस तटीय सड़क का नाम छत्रपति संभाजी महाराज (मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे) के नाम पर रखा गया है और इसे उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर खोला गया।
शिंदे ने कहा कि वर्ली में तटीय सड़क के बगल में छत्रपति संभाजी महाराज की एक प्रतिमा लगायी जाएगी।
उन्होंने बताया कि तटीय सड़क परियोजना के तहत 120 एकड़ या रेसकोर्स भूमि के अलावा 175 एकड़ हरित क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे मुंबई को करीब 300 एकड़ से अधिक का एक सेंट्रल पार्क मिलेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर शिंदे ने इस परियोजना की राह में ‘‘रोड़े अटकाने’’ के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने तटीय सड़क के विकास का श्रेय लेने वाले पोस्ट सोशल मीडिया पर करने को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे तथा उनके बेटे आदित्य ठाकरे पर निशाना साधा।
इस अवसर पर शिंदे ने यह भी कहा कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शहर में सिद्धिविनायक मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए अपने बजट में 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन्होंने उसी वास्तुकार को इस काम के लिए नियुक्त करने को कहा है जिसने मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में महाकाल गलियारे की योजना तैयार की थी।
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